रविवार एक्सक्लूसिव में आइए आज बात करते हैं चिकित्सा जगत के एक ध्रुव तारे की। ध्रुव तारा बस इस लिए नही की वो जगमाता रहता है, अपितु इसलिए की वो विषम हालातों में भी अडिग रहता है। हम बात कर रहे हैं देश के नामचीन फ़िज़ियोथेरेपिस्ट और जानेमाने समाजसेवी डॉ. राजीव कुमार सिंह की। पटना के हृदय स्थल बोरिंग कैनाल रोड में स्थित साईं हेल्थ केअर वेलनेस सेंटर में अंदर आते ही, एक परिदृश्य नजर आता है, जो पूर्ण रूप से “दर्द मुक्त बिहार” के सपने को साकार करने को परिपूर्ण दिखाई पड़ता है।
डॉ. राजीव कुमार सिंह के शब्दों में
आप सब को सबसे पहले विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं, मैं डॉक्टर राजीव कुमार सिंह आप सब के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूँ। फिजियोथेरेपी, अब जितनी आम हो गई, उन वर्षो में इतनी नही थी जब हमने लोगो तक इसके पहुचाना शुरू किया था। दिल्ली, मुम्बई जैसे शहरों में मैने पाया की लोग इसको समझते हैं। क्रिकेट टीम से कार्यकाल के दौरान और फ़िल्म सितारों के इलाज के दरम्यान लगा, नही ये ही तो वह इलाज है जिसकी जरूरत हर आम आदमी को है।
Dr. Rajeev Kumar Singh, Physiotherapist
मेरे अंदर भी वह बिहारीपन जागा और मैं वापस पटना आ गया, पर यहां दुनिया कुछ उलट थी। फिजियो पर लोगो को कोई भरोसा नही था, और ना हीं सही जानकारी। हमारी टीम ने पहले लोगो को जागरूक करने का फैसला किया, जो सचमुच इतना आसान नही था जितना आज दिखाई पड़ता है। पर कहते हैं नेक इरादे हर मुश्किल को मुमकिन में बदल देते हैं।
हमने निशुल्क कैंपो का आयोजन शुरू किया, लोगो तक फिजियोथेरेपी को पहुचाने के लिए रेडियो प्रोग्राम्स की शुरुवात की, हमारी टीम गाँव गाँव तक गई, 2 सालों के निरंतर मेहनत से हम लोगो तक फिजियो को पहुचाने में काफी हद तक सफल रहे।
दर्द मुक्त बिहार का नारा
अब समीकरण बदल चुके थे, “दर्द मुक्त बिहार” का नारा देने वाले डॉ. राजीव की आगे की कहानी भी कम दिलचस्प नही है, इसमें पटना तक इलाज के लिए आने वाले गोविंदा, अरबाज खान, आदित्य पंचोली जैसे अनेक सितारों का भी अहम् योगदान है। जिनको देख लोगो को लगा नही यही वो तरीका है जो दर्द से बचा सकता है और डॉ. राजीव ही अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त इलाज के द्वारा उन्हें सर्जरी से बचा सकते हैं।
अब आपको बता दे कि, साईं हेल्थ केअर 200 से ज्यादा निशुल्क कैंपो में हजारों लोगों का इलाज कर कर चुकी है। साथ ही संस्था गाँव और छोटे शहरों में भी कैंपो का आयोजन कर लोगो को जागरूक करने का काम करती है। डॉ. राजीव रोटरी क्लब पटना ग्रेटर के अध्यक्ष पद पर भी काबिज़ है और समाजसेवा के प्रति उनका लगाव सराहनीय है। डॉ. राजीव कहते हैं “हम सब अगर जिम्मदारी और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे, देश उन्नति के मार्ग पर बढ़ चलेगा।”
आसान नहीं था सफर
डॉ. राजीव की जो दास्तान आप सबने ऊपर सुनी वो इतनी आसान नहीं थी, बिहार के सिवान जिला के रघुनाथपुर क्षेत्र के संठी गाँव में सैनिक पिता के घर जन्मे बालक राजीव को बचपन से देशप्रेम, देश सेवा, निष्ठा की जो सीख पिता जी से मिली उसी ने इन्हें मजबूत बनाया। परन्तु गाँव की पढ़ाई से कहा काम चलना था। राजीव ने सैनिक पिता, सैनिकों, गाँव के लोगो मे जब दर्द की आम परेशानी को देखा तो फैसला कर लिया अब इनके लिए कुछ करना है, फिर दिल्ली, मुम्बई में लोगो को फिट बनाने पर खूब मेहनत किया।
इस दौरान कभी बिहार को नही भूले, फिर पटना वापसी हुई और ये बिहार के लोगों के लिए वरदान साबित हुआ, क्योंकि अब सारी आधुनिक मशीनों, टेक्नोलॉजी के साथ बिहार को दर्द मुक्त बनाने में डॉक्टर राजीव पूरी लगन से जुट चुके थे। वो बालक राजीव अब अपनी जिम्मेदारियों को उठाने को तैयार था। दर्द मुक्त बिहार के सपने को पूरा करने को तैयार था, और इस तरह एक सफल फ़िज़ियोथेरेपिस्ट ने लोगो के दर्द को समझा। अपने क्षेत्र में मेहनत की और बिहार को दर्द मुक्त बनाने में सफल सफ़र को मज़बूती से आगे बढ़ा रहे हैं।
बढ़ता बिहार की टीम, बिहार के इस लाल के जज्बे को सलाम करती है और कामना करती है की बिहार के लोगों के बेहतर स्वास्थ में आपका सहयोग यूँ ही बना रहे।