पटना में जलजमाव: कैसे निकले पानी जब ठप्प पड़ा है सम्प हाउस

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राजधानीवासियों को पटना में जलजमाव से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है। नगर विकास सह आवास विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा ने दो दिन पूर्व दावा किया था कि बारिश रुकी तो 48 घंटे के भीतर जल निकासी करा दी जाएगी। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बावजूद स्थिति में अब तक ज्यादा सुधार नजर नहीं आ रहा।

नगर आयुक्त बोले नहीं बता सकते कब तक होगी जलनिकासी

नगर आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने कहा कि जल निकासी को लेकर कवायद शुरू है। लेकिन कब तक जल निकासी होगी? इसके बारे में कुछ नहीं बता सकते। जलजमाव की स्थिति देखें तो कांग्रेस मैदान रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, पार्क रोड आदि इलाके में लगभग आधा फीट से अधिक जलनिकासी हुई है। लेकिन राजेंद्र नगर, कंकड़बाग आदि इलाके से जल निकासी में अब भी एक सप्ताह से अधिक समय लगेंगे। तब तक राजधानीवासियों को जलजमाव से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।

जिन संप हाउसों पर राजेंद्रनगर, बहादुरपुर, कंकड़बाग और रामपुर जैसे सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों से जलनिकासी की जवाबदेही है, वे ही टाय-टाय फिस साबित हो रहे हैं। रामपुर संप हाउस तीन दिनों से बंद है। पानी में डूबने के कारण सैदपुर संप हाउस का इलेक्टिक पंप खराब हो गया है। सोमवार की दोपहर तक यह ठीक नहीं हो सका। नगर विकास सह आवास विभाग के प्रधान सचिव की पहल पर 198 एचपी एवं 375 एचपी का डीजल पंप लगाया गया। शाम चार बजे के बाद यह चलना शुरू ही हुआ।

नहीं कर रहा इलेक्टिक मशीन काम

इसी तरह दिनकर गोलंबर संप में पानी प्रवेश करने के कारण इलेक्टिक मशीन ने काम नहीं किया। इसके बाद एक डीजल पंप से जल निकासी का कार्य हो रहा है। यही कारण रहा कि बारिश थमने के बावजूद राजेंद्रनगर, बहादुरपुर, सैदपुर और कंकड़बाग इलाके में जलजमाव बमुश्किल एक फीट तक घट पाया है।

राजधानी के सभी संप की जिम्मेवारी देख रहे बुडको एमडी अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सभी संप हाउस 24 घंटे चलाए जा रहे हैं। सभी संपों पर शिफ्ट के अनुसार कर्मचारियों एवं अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। खुद मॉनीटरिंग कर रहे है। मंगलवार से जल निकासी का असर आम लोगों को दिखने लगेगा। अभी भी कई इलाके से जल निकासी हो गई है। विभिन्न क्षेत्रों में एक फीट तक जल निकासी हुई है।

सोमवार को राजेंद्र नगर, बहादुरपुर और बाजार समिति में लोगों को रेस्क्यू कराने के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की ओर से 18 नाव की व्यवस्था की गई थी। इनमें दो नाव खराब हो गईं। धनुष सेतु पर नेताओं के अलावा कई सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर राहत सामग्री लेकर आए थे। कुछ कार्यकर्ताओं को ही नाव के साथ सामग्री लेकर जाने की अनुमति दी गई। राहत सामग्री बांट रहे युवाओं को देखकर भूख-प्यास से बिलबिलाते हुए बच्चे घर की छतों पर चढ़कर हाथ हिलाते नजर आए।

अब मेयर ने मांगा 48 घंटे का वक्त

पटना में जलजमाव को लेकर मेयर सीता साहू ने कहा कि जल निकासी को लेकर लगातार संप हाउस का निरीक्षण कर रही हूं। नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे है। युद्ध स्तर पर जल निकासी के असर 48 घंटे में दिखेगी। 48 घंटे में राजधानी से जल निकासी हो जाएगी।