पटना। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण राज्य में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया। मानसून की सक्रियता से प्रदेश के सभी जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। बिहार के कई जिलों में सोमवार की रात के बाद मंगलवार की सुबह बारिश हो रही है। पटना में सुबह से सूरज पर बादलों ने डेरा जमा लिया। इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर बरसात हुई। मानसून की सक्रियता से मौसम खुशनुमा हो गया।
दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद
इस तरह की स्थिति अगले दो दिनों तक बने रहने की उम्मीद है। यह बारिश प्रदेश के किसानों के लिए काफी राहत देने वाली है। राज्य के किसान पिछले 15 दिनों से अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे थे। सिंचाई के अभाव में धान की फसल को काफी नुकसान हो रहा है लेकिन बारिश से किसानों की सिंचाई की समस्या दूर हो जाएगी। यह बारिश सोमवार की रात से ही शुरू हो गई थी।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव से राज्य में बारिश
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी संजय कुमार ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश में बारिश हो रही है। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी से लेकर हिमालय के तराई वाले इलाके तक बारिश हो रही है। फिलहाल मानसून की अक्षीय रेखा बंगाल की खाड़ी के ओडिशा तट से लेकर पुरी होते हुए डालटेनगंज, प्रयागराज व बरेली तक गुजर रही है। दो दिनों में मानसून की अक्षीय रेखा बिहार से गुजरने की उम्मीद पहले ही थी। इसके बाद राज्य के कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है।
छह अक्टूबर तक राज्य में अच्छी बारिश के संकेत
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि राज्य में इस वर्ष छह अक्टूबर तक मानसून की बारिश होगी। सामान्यत: राज्य में मानसून की बारिश 30 सितंबर तक होती है। लेकिन इस वर्ष मानसून के एक सप्ताह देर से लौटने की उम्मीद है। देरी से मानसून के लौटने का मतलब अधिक बारिश का होना होता है।