बिहार में बाढ़ की समस्या काफी पुरानी रही है। हर साल बाढ़ बिहार को तबाह करती रहती है। ऐसे में ये चुनावी साल है। इस दौरान कोई भी लापरवाही विपक्ष के लिए मौका बन सकती है। इसको देखते हुए बिहार राज्य आपदा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ पूर्व तैयारी की जा रही है। विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय इसको लेकर काफी सतर्क हैं। उन्होंने जिला स्तर और मुख्यालय स्तर पर काम शुरू कर दिया है। जिससे कि बाढ़ से पूर्व तैयारी पूरी की जा सके। पिछले साल जैसी स्थिति उत्पन्न न हो। लोगों की सहायता के बेहतर इंतजाम हो सकें। लोगों को बेहतर सहायता उपलब्ध हो सके। इसको लेकर काम जोर शोर से शुरू हो गया है।
चुनावी साल होने से बाढ़ को लेकर सरकार मुस्तैद
मंत्री ने कहा कि इस वर्ष बाढ़ की तैयारी शुरू हो गई है। उस दौरान लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। उनकी कठीनाईयों को कम करने का प्रयास जारी है। हर स्तर पर विभाग ने पूरी तैयारी कर रहा है। पिछले वर्ष की तरह राहत कैंप में रखें जाएंगे। इस बार विभाग और सतर्क है। लोगों तक राहत पहुंचाने का काम हम करेंगे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मुस्तैद हैं। उनकी टीमों को तैयार रहने का निर्देश दे दिया गया है। हमने हर जिले टीमों को तैनात कर दिया गया है। कुछ जिलों में टीमें पहले से ही तैनात हैं।
ध्यान रहे कि मौसम विभाग ने पहले ही बाढ़ की चेतावनी दे दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले साल के मुताबिक इस साल फिर ज्यादा बारिश का अनुमान है। ज्यादा बारिश से बाढ़ के हालात बन सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि 900 मिलीमीटर से 1050 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। ऐसे में राज्य सरकार को सतर्क रहने की आवश्यकता है। कहीं पिछले साल की तरह इस साल भी पटना में बाढ़ के हालात न बनें। ध्यान रहे ये चुनावी वर्ष है।