देश की राजधानी दिल्ली से बिहार की राजधानी पटना और झारखंड के कैपिटल रांची वापस आने के लिए परेशान हो रहे लोगों के लिए एक सुकन भरी खबर है। विदित हो कि इंडियन रेलवे ने फैसला किया है कि वह आगामी मंगलवार यानि 12 मई से 15 शहरों के लिए ट्रेनों का परिचालन शुरू करें। दरअसल, रेलवे ने जिन शहरों के लिए ट्रेन चलाने का फैसला लिया है, उसमें पटना और रांची भी शामिल हैं। अप और डाउन मिलाकर 30 जोड़ी रेलगाड़ियां हर रोज चलाई जाएंगी। बिहार के लिए 5 रेलगाड़ी चलेंगी, जिनमे राजधानी पटना के लिए 3 और गया के लिए 2 शामिल हैं।
IRCTC की साइट पर आज शाम चार बजे से शुरु होगी बुकिंग
इसके लिए आज यानि सोमवार शाम चार बजे से टिकट की बुकिंग शुरू होगी। बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लॉकडाउन के बीच आयी इस खुशखबरी से लोगों को राहत जरुर मिली होगी। लॉकडउन के बीच बिहार के लिए ट्रेन परिचालन के फैसले में पटना के लिए तीन और गया के लिए दो ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए आज शाम चार बजे से टिकटों की आनलाइन बुकिंग शुरू हो जाएगी।
इन विशेष ट्रेनों के लिए सोमवार शाम चार बजे से बुकिंग शुरू की जाएगी। सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ये बुकिंग हो सकेगी। रेलवे स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर पूरी तरह बंद रहेंगे। इन ट्रेनों के लिए काउंटर टिकट की बिक्री बिल्कुल नहीं होगी। प्लेटफार्म टिकट भी नहीं मिलेंगे।
बिहार के लिए सभी ट्रेन का परिचालन 22 मार्च से था बंद
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार लॉकडाउन के बाद, रेलवे ने 22 से 31 मार्च तक 12,500 यानी सभी यात्री ट्रेनें बंद करने का फैसला लिया था। बाद में लॉकडाउन बढ़ाने के बाद इसे भी बढ़ाकर 14 अप्रैल तक किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल किया गया था। इसके बाद लॉकडाउन के तीसरे चरण के मद्देनजर इसे और आगे बढ़ाया गया।
फिलहाल प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने गृह राज्य भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पिछले दिनों केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार ऐसी गाइडलाइंस तैयार कर रही है, जिसके आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जा सके।
ट्रेन बुकिंग के लिए क्लिक करें: IRCTC
इन बातों का रखा जाएगा ख्याल
- फेस मॉस्क पहनने वाले को ही प्लेटफॉर्म पर जाने को मिलेगा, स्क्रीनिंग भी होगी
- बुखार, सर्दी-जुकाम के संदिग्ध लक्षण वाले यात्रियों को इजाजत नहीं दी जाएगी
- यात्रियों को कम से एक घंटे पहले स्टेशन पहुंचना होगा
- आरोग्य सेतु मोबाइल एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा स्क्रीनिंग
- कंबल या चादर नहीं दी जाएगी यात्रियों को सफर के दौरान
- कोच के अंदर एसी का तापमान भी एक निश्चित डिग्री पर होगा
- टिकट बुकिंग में किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। तत्काल, प्रीमियम तत्काल और करेंट बुकिंग नहीं होगी। टिकट काउंटर से बुकिंग नहीं होगी।
- कन्फर्म टिकट यात्री ही स्पेशल ट्रेनों में कर पाएंगे सफर। सभी ट्रेनें लिमिटेड स्टॉपेज पर ही रुकेंगी।
- अभी केवल एसी कोच के साथ ही चलेंगी सभी स्पेशल ट्रेनें। इन ट्रेनों में जनरल बोगी नहीं होगी।
- सफर के रास्ते में खाने-पीने का कोई सामान नहीं मिलेगा। इसलिए घर से ही अपने खाने-पीने का इंतजाम करके चलें।
शनिवार को 15 ट्रेनों से 18 हजार लोग पहुंचे बिहार
देश के विभिन्न राज्यों से बिहार के प्रवासियों का घर लौटने का सिलसिला जारी है। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, केरल और हरियाणा समेत देश के तमाम राज्यों में बिहारी के प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। इनकी घर वापसी के लिए सैकड़ों ट्रेनें चलाई जा रही हैं। रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को 15 ट्रेनों से 18 हजार 115 लोग बिहार पहुंचे ।
बिहार आने वाली ट्रेनें में हरियाणा के रोहतक से कटिहार, नई दिल्ली से मुजफ्फरपुर, गुजरात के सूरत से गया, पंजाब के जालंधर से मुजफ्फरपुर, सूरत से छपरा, अंबाला से भागलपुर, बड़ोदरा से दरभंगा, कल्याण से अररिया, केरल के अल्लापुज़हा से बेतिया, लुधियाना से सहरसा, लुधियाना से सीतामढ़ी, अलीगढ से पूर्णिया ट्रेनें आ रही है।
राज्यों से लौटने वाले लोगों के बारे में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार लौटे कुल 82 हजार 554 लोगों को स्टेशन से प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर बसों या अन्य ट्रांसपोर्ट के साधनों से ले जाया गया। कुल 3314 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जहां पर 44869 लोग रह रहे हैं।
कोरोना वायरस से बिहार में 707 लोग संक्रमित, 24 घंटे में 128 नए मामले