मुख्यमंत्री बिहार कोरोना विशेष सहायता के जरिये अब बाहर फंसे छात्रों को भी मदद करेगी बिहार सरकार। विश्वव्यापी कोरोना संकट के बीच अपने देश भारत में भी लॉकडाउन है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है। देश के कुछ हिस्सों में तो कर्फयू जैसा माहौल हो चुका है। इस देशव्यापी लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते सोमवार यानि 27 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ बैठक में शामिल हुये।
पीएमओ के साथ हुयी इस बैठक के बाद बिहार सरकार ने राज्य के बाहर फंसे छात्रों के लिए बड़ा ऐलान किया है। बता दें कि गत सोमवार को पीएमओ के साथ हुयी बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल थे। नीतीश सरकार कल संपन्न हुयी बैठक के बाद यह ऐलान किया है कि मुख्यमंत्री बिहार कोरोना विशेष सहायता के जरिये वैसे भी सभी बिहारियों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेंजेंगे, जो लॉकडाउन की वजह से अन्य राज्यों में फंसे हुये हैं। विदित हो कि बिहार के लाखों लोग भारत के अलग-अलग राज्यों के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं, और इन सभी लोगों को राज्य सरकार ने उनके खाते में एक-एक हजार रुपये देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री बिहार कोरोना विशेष सहायता के जरिये छात्रों को 1000 रुपये
कोविड-19 के कारण बिहार के बाहर राज्य के हजारों छात्र-छात्राएं भी अलग-अलग शहरों में फंसे हुये हैं। सरकार इन छात्रों के खाते में भी बिहार कोरोना सहायता के जरिये 1000 रुपये डालेगी। इस बात की जानकारी राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने सोमवार को दी है। बीते सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक के बारे में अनुपम कुमार ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री को राज्य की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी गई।
सूबे में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर अनुपम कुमार ने कहा कि अभी तक राज्य में 328 मरीजों की पहचान की गई है। सरकार महामारी से प्रभावित सभी लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिए कदम उठा रही है। सूचना एवं जनसंपर्क सचिव ने बताया कि कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन की वजह से बिहार के जो लोग बाहर फंसे हुए हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग और बिहार भवन कार्यालय में हेल्पलाइन है, औऱ लोग हेल्पलाइन के नंबरों पर अपनी समस्याएं बता भी रहे हैं।
जरुरतमंदों को सरकार कर रही हरसंभव मदद
गौरतलब है कि सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार से बाहर फंसे ऐसे लोग लगातार कॉल कर अपनी समस्याओं के बारे में सरकार को बता रहे हैं। सरकार उनकी सभी समस्याओं का समाधान करने में जुटी है। और उनसे फीडबैक लेकर उनकी समस्याएं दूर की जा रही हैं। अगर जनसंपर्क सचिव की मानें तो अबतक मुख्यमंत्री बिहार कोरोना विशेष सहायता के रुप में आपदा प्रबंधन विभाग, मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से लगभग 16 लाख लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति 1000 रुपये की राशि भेज चुकी है। इन लोगों में छात्र-छात्राओं के अलावा दिहाड़ी मजदूर और अन्य जरूरतमंद लोग शामिल हैं।
लॉकडाउन में कोटा सहित अन्य जगहों पर फंसे बिहार के छात्र- छात्राओं के लिए हेल्पलाइ नंबर (0612-2294600) जारी किया गया है। इस नंबर पर छात्रों के सूचना देने के बाद उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से उनतक सहायता पहुंचाई जाएगी। गुरुवार को बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने यह जानकारी दी।
आप मोबाइल अप्प के माध्यम से भी इस सहायता राशि के लिए अप्लाई कर सकते हैं मोबाइल अप्प डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें – आपदा प्रबंधन विभाग
महत्वपूर्ण सूचना – मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के लिए इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 30.04.2020 रात 12 बजे तक है। अगर किसी जरुरतमन्द की सहायता करना चाहते हैं तो खबर उन तक जरूर पहुचाये
Sir mera sahayata Yojana wala 1000 rupaya nahi mila hai mai bihar ka rahane wala hu aabhi karnatak mai hu
My Jammu me hu fasshu
Sar sahayata Yojana wala ek hazar pyar nahin mila hai ham Bihar se hi Gaya jila belaganj Gaya