बिहार की राजधानी पटना गांधी मैदान में रविवार को आयोजित जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन को बिहार कांग्रेस के साथ ही राजद, रालोसपा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और जन अधिकार पार्टी ने एक सुर में फ्लॉप शो बताया है। ये सभी राजनीतिक विपक्षी दलों ने अपने बयान में कहा कि बिहार में भले ही नीतीश कुमार की सरकार 15 वर्षों से है, बावजूद कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने पार्टी की जमीनी हकीकत सबके सामने आ गई। वहीं, राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर कहा, बधाई हो चच्चा … पूरा पटना रैली के रंग में रंग गया, हुजूम ऐसा था कि पटना छोटा पर गया। गांधी मैदान का 56 इंच नीचे धंसने जैसी खबरें आ रही है। इसके साथ ही रैली का फोटो भी उन्होंने टैग किया है।
पूर्व स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, चच्चा बधाई हो
बता दें कि बिहार के पूर्व स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन को पूरी तरह फ्लॉप बताया। उन्होंने कहा, जदयू को यह अंदाजा नहीं था कि कार्यक्रम में इतने कम लोग आएंगे और गांधी मैदान का पांच फीसद हिस्सा भी नहीं भर पाएगा। इस कारण आनन-फानन में उसे कार्यकर्ता सम्मेलन का नाम दे दिया गया।
कांग्रेस रिसर्च विभाग एवं मैनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन आनंद माधव, प्रवक्ता राजेश राठौर, जया मिश्रा ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि पूरा सरकारी तंत्र गलाने के बाद भी गांधी मैदान का एक कोना नहीं भरा। सच तो यह है कि जनता अब नीतीश कुमार को पूरी तरह से नकार चुकी है। इस सम्मेलन ने साबित कर दिया है कि जनता अब और ठगी का शिकार नहीं होना चाहती है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि 10 से 15 लाख भीड़ जुटने का दावा करने वाले मैदान में दस हजार आदमी भी नहीं जुटा सके।
विदित हो कि रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार अब पूरी तरह एक्सपोज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन में भीड़ न के बराबर थी। रालोसपा प्रमुख का कहना है कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिल कर देश में सीएए लागू करवा कर बिहार के युवाओं, पिछड़ों, महिदलितों और अल्पसंख्यकों को छला है, इसलिए आज उनके पीछे उनके कार्यकर्ता भी नहीं खड़े हैं।
जदयू सम्मेलन का मजाक बनाने को विपक्षी पार्टियां एकजुट
दूसरी तरफ, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि जब जदयू के पास कार्यकर्ता ही नहीं हैं तो फिर इस तरह का छोटा आयोजन कराकर ऐतिहासिक गांधी मैदान को अपमानित करने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा गांधी मैदान एक धरोहर है और ऐसे आयोजनों से गांधी मैदान का अपमान होता है। यदि जदयू के मेंबर भीड़ नहीं जुटा पा रहा थे तो हम से आग्रह करते हम कुछ हजार लोग गांधी मैदान में भेज देते।
पूर्व आरजेडी नेता पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी के प्रवक्ता प्रेमचंद्र सिंह भी जदयू पर कटाक्ष करने में पीछे नहीं रहें। उन्होंने कहा कि जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन के पहले पूरे शहर को झंडे, बैनर पोस्टर से पाट दिया गया, लेकिन नेताओं ने इस ओर ध्यान नहीं दिया कि गांधी मैदान में लोग कहां से लाएंगे। उन्होंने कहा धन, बल और प्रशासनिक दुरुपयोग के बाद जदयू का यह सम्मेलन फ्लॉप शो बनकर रह गया।
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