बुधवार को देश के विभिन्न ट्रेड यूनियन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर बिहार में दिखा। बंद समर्थकों ने आरा, दरभंगा, नालंदा, पटना समेत पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया। झंडा बैनर लिए बंद समर्थक नेता व कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और मजदूरों के हक की आवाज बुलंद करते नज़र आये। पटना में बुधवार सुबह 11 बजे के बाद बंद का असर सड़कों पर दिखना शुरू हुआ।
डाकबंगला चौराहे पर बंद समर्थकों का जुटान
कई बैंकों के बाहर कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। डाकबंगला चौराहे पर भारी संख्या में बंद समर्थक नारेबाजी करते हुए निकले। हालांकि इस दौरान प्रशासन भी मुश्तैद दिखा। पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद दिखी। कई इलाकों में ऑटो और बस चल रहे हैं, वहीं कुछ जगहों पर बंद समर्थक और आम लोगों के बीच तू तू मैं मैं देखने को मिला।
बेगूसराय में भी केंद्रीय श्रमिक संगठन ट्रेड यूनियन के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया। बेगूसराय बस स्टैंड के समीप एनएच 31 को जाम किया। विभिन्न जगहों पर ट्रेड यूनियन का प्रदर्शन हुआ। इस दौरान चौक चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात दिखी। जहानाबाद और अरवल में बंद समर्थकों ने कई मुख्य मार्गों को जाम कर दिया। बैंकों में कामकाज ठप, सरकारी कार्यालयों में हड़ताल का असर दिखा। वहीं सेविका और सहायिकाओं ने भी प्रदर्शन किया।
कई लेफ्ट दलों का मिला समर्थन
भाकपा, माकपा, भाकपा माले सहित सभी वामदलों के साथ ही रालोसपा तथा किसान और मजदूर संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पटना के कारगिल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में आंगनबाड़ी सेविकाओं की संख्या सबसे अधिक थी। हजारों की संख्या में सड़क पर उतरे बंद समर्थकों ने कारगिल चौक से गांधी मैदान के गेट नं. 10 से पास स्थित रामगुलाम चौक तक जुलूस निकाला।
बिहार के एआईबीईए, एआईबीओ समेत सभी बैंक कर्मचारी संगठनों, विद्युत कर्मचारी संगठनों, अभियंताओं से लेकर टेम्पो यूनियनों, जीवन बीमा निगम और करीब 250 किसान संगठनों ने हड़ताल में शामिल हुए। कुल 13 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए बिहार सरकार के सरकारी कर्मचारी भी इस बंद का हिस्सा बने।