पूरे देश में सीबीएसई की परीक्षाएं कोरोना संक्रमण से रुकी हुई हैं। अब बोर्ड ने इसको लेकर काम फिर से शुरू कर दिया है। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के लिए केन्द्र चुनने का विकल्प दिया है। बोर्ड ने स्कूलों को केन्द्र नहीं रखने का भी विकल्प दे रखा है। अगर कोई स्कूल को बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्र नहीं रखना है तो वह यह विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए स्कूलों को इसकी जानकारी बोर्ड को देनी है। केन्द्र ने सभी स्कूलों से इस संबंध में जवाब मांगा है।
सीबीएसई ने 15 जून तक विकल्पों के चयन का दिया समय
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं के बचे हुए परीक्षा के लिए निर्देश जारी कर दिया है। बोर्ड ने कहा है कि 1 जुलाई से 15 जुलाई तक बची हुई परीक्षाएं ली जाएंगी। ऐसे में जिन स्कूलों के पास आवश्यक संरचना या निर्माण नहीं हैं, उन्हें केन्द्र नहीं बनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए ऐसा निर्णय लिया गया है। ऐसे में अगर कोई स्कूल केन्द्र नहीं रखना चाहते हैं तो वे निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। उन स्कूलों को 15 जून तक इसकी जानकारी बोर्ड को देनी है। इसके बाद ही परीक्षा केन्द्र निर्धारित किए जाएंगे। इसके बाद 16 जून को परीक्षा केन्द्र तय कर लिए जाएंगे। परीक्षार्थियों उनके परीक्षा केन्द्र की जानकारी दे दी जाएगी।
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परीक्षा केन्द्र की जानकारी पहले स्कूलों को दी जाएगी। उसके बाद स्कूल द्वारा यह जानकारी बच्चों तक जाएगी। ऐसे में स्कूल की भूमिका अहम हो जाती है। वे समय से परीक्षार्थियों को उनके केन्द्र की सूचना दे पाए। ज्ञात हो की पिछले दिनों बोर्ड ने बच्चों से केन्द्र का चयन करने को भी कहा था। इस संबंध में बच्चे होम सेंटर का भी चयन कर सकते थे। बच्चों द्वारा चयन के बाद अब बोर्ड ने स्कूलों को भी चयन का निर्देश दिया है। बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर बुनियादी सुविधाओं का भी ख्याल रखेगा।