पटना। झारखंड सरकार के हालिया फैसले से राजद के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के बेताब दावेदारों को थोड़ी राहत महसूस हो सकती है। उन्हें अब लालटेन के लिए रांची का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। एक ही जगह और एक ही जरिए से सारे काम का निष्पादन हो सकेगा।
पटना के सिंगल विंडो पर ही करना पड़ेगा भरोसा
टिकट की चाहत में अभी तक दावेदारों को पटना से लेकर रांची तक दौड़ना पड़ रहा था। किंतु झारखंड सरकार ने अब बिहार से रांची जाने वालों के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद होम क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया। जाहिर है लालू प्रसाद के दरबार के बंद होने से टिकट के इच्छुक नेताओं को पटना के सिंगल विंडो पर ही भरोसा करना पड़ेगा।
थम गए राजद टिकट के लिए नेताओं के रांची दौरे
रांची में लालू प्रसाद से बुधवार को मिलने गई राजद विधायक समता देवी को क्वांरटाइन कर झारखंड सरकार अपने फैसले पर अमल भी शुरू कर दिया। राजद नेताओं के रांची दौरे थम गए। राजद में टिकट के दावेदार अभी तक दो दरवाजे पर दस्तक दे रहे कई नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पटना में मिलकर अपनी दावेदारी जता रहे थे तो कई इसके लिए रांची तक जा रहे थे।
राबड़ी देवी से भी फरियाद के लिए पहुंच रहे नेता
हालांकि कुछ लोग पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी फरियाद के लिए पहुंच रहे हैं,लेकिन ऐसे नेताओं की संख्या बहुत कम है। ज्यादातर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की अरदास में ही लगे रहते थे। इसकी वजह से रांची स्थित रिम्स निदेशक के बंगले में रोज-रोज लालू प्रसाद का दरबार लग रहा था, जिससे कई बार अव्यवस्था भी फैल रही थी। इससे आजिज आकर रांची प्रशासन ने लालू से मुलाकात के इच्छुक लोगों के लिए होम क्वारंटाइन जरूरी कर दिया।