बिहार में अभी से ही 2021 में होने वाली जनगणना को लेकर सरकारी स्तर पर तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बार होने जारी जनगणना में डाक विभाग की अहम भूमिका होगी। इस बार की जनगणना का प्रोसेस पहले से थोड़ा अलग होने वाला है। आपको बता दें कि 2021 में होनेवाली जनगणना में लोगों का आंकड़ा, नाम सहित जनगणना में आने वाले सभी कागजात सहित अन्य सामग्री को प्रखंडों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी डाक विभाग को सौंप दी गई है।
ये सभी सामग्री झांसी, दिल्ली और अहमदाबाद से लायी जाएगी। इसकी शुरुआत आगामी 7 अप्रैल से होने जा रही है। वहीं दूसरे फेज में सभी साम्रगी 30 अप्रैल को आएगा। दो खेप में आने के बाद तीसरी और चौथी खेप मई में आने की उम्मीद है। पटना आने के बाद सीधे सामग्री स्टोर सेंटर पर जाएगी। बिहार डाक सर्किल ने जनगणना सामग्री को रखने के लिए प्रदेश में छह जगहों पर स्टोर सेंटर बनाया है।
बिहार में इन जिलों में होगा सेंटर
विदित हो कि ये 6 सेंटर में एक बिहार की राजधानी पटना जिला है। इसके अलावा भागलपुर, पूर्णिया, गया, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में एक-एक स्टोर सेंटर हैं। सबसे खास बात यह है कि एक स्टोर सेंटर से करीब 5-8 जिलों को कवर किया जाएगा। सभी सामग्री, सेंटर से जिला मुख्यालय जाएगी। इसके बाद अलग- अलग प्रखंडों में सामग्री भेज दी जाएगी।
गौरतलब है कि देश में हर 10 साल के अंतराल में जनगणना की जाती है। इससे पहले वर्ष 2011 में मतगणना हुई थी। साल 2011 में हुयी जनगणना भारत की आखिरी थी। उल्लेखनीय है कि 2011 में संपन्न हुयी जनगणना को दो चरणों में पूरा किया गया था। पहले चरण में अप्रैल से सितम्बर 2010 के बीच देशभर में घरों की गिनती की गयी थी, जबकि दूसरे चरण की शुरुआत 9 फरवरी 2011 को हुई थी। इस चरण का काम 28 फरवरी, 2011 तक चला था। अब यह वर्ष 2021 में होगी।