बिहार में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगा रहा है। अब 1 जून से अनलॉक लागू हुआ है। इस दौरान नियमों में ढील दी गई है। इस बीच बिहार सरकार के मुख्यमंत्री पहली बार लॉकडाउन के बाद बाहर निकले। मौका विश्व पर्यावरण दिवस का था। इस दौरान मुख्यमंत्री सचिवालय में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यावरण को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण विभाग एक दिन में ढाई करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। जो कि अभी तक का सबसे बड़ा अभियान होगा। इससे बड़ा अभियान पूरे विश्व में अभी तक नहीं हुआ है।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को संबोधित किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने 17 प्रतिशत हरित क्षेत्र बढ़ाने का फैसला किया है। उसके लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का काम करने की तैयारी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक दिन में ढाई करोड़ पेड़ लगाने की तैयारी कर रहे हैं। आज तक पूरे विश्व में इतना बड़ा अभियान नहीं हुआ है। न हीं एक दिन में इतने पौधे लगे हैं। इसका रिकार्ड इस साल हम पेड़ लगाकर बनाने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहे
मुख्यमंत्री लंबे अंतराल के बाद आज संवाद कर रहे थे। पिछले काफी समय से वह लॉकडाउन के दौरान बाहर नहीं निकले हैं। लंबे समय के बाद एक अन्ने मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में संवाद कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बैठक भी की। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी उपस्थित रहे। उनके साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
पूरे विश्व में हर वर्ष पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान बिहार में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिससे कि पर्यावरण जागरूकता को बढ़ाया जा सके।