प्रवासी मजदूरों सहित दूसरे राज्यो में फंसे बिहारी लोगो को वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने 19 वरीय अधिकारियों का पदस्थापन बिहार आपदा प्रवंधन विभाग में की है। ये लोग अलग अलग राज्यों के नोडल अधिकारी होंगे तथा उस राज्य के लोगों को वापस लाने में सहयोग करेंगे। ये सभी वरीय पदाधिकारी अन्य राज्यों से तालमेल कर बिहार के बाहर फंसे प्रवासी मजदूर विद्यार्थी आदि लोगों को अपने राज्य में वापस बुलाने की व्यवस्था करेंगे। बिहार सरकार ने जारी किए हैं 19 नोडल अधिकारी के नाम और फ़ोन नंबर। नीचे देखे उनके नाम और नंबर।
बिहार सरकार को 2000 बस देगी राष्ट्रीय जनता दल
इस बीच तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा की अगर सरकार के पास बस नहीं है तो वो सरकार को 2000 बस व्यवस्था कराने के लिए तैयार हैं। नेता प्रतिपक्ष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा की “बिहार सरकार ने असमर्थता जताते हुए कहा है कि बाहर फँसे मज़दूरों को वापस लाने के लिए सरकार के पास बसें नहीं है। हम सरकार को 2000 बसें सुपुर्द करने के लिए तैयार है। वो नोडल और प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में इन बसों का प्रयोग कर सकते है। बसें पटना में कब भेजनी है, बताया जाए।”
अन्य राज्यों में फंसे हैं 28 लाख मजदूर
बिहार सरकार के अनुसार राज्य से बाहर लगभग 28 लाख मजदूर फंसे हैं इन सबको बिहार नोडल अधिकारी के मदद से लाकर उनके ब्लॉक में क्वारंटाइन सेंटर बना कर इनको 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाएगा। साथ ही सरकार के मंत्री संजय कुमार झा ने कहा की क्वारंटाइन करने की व्यवस्था सिर्फ मजदूरों के लिए होगी जबकि विद्यार्थियों को उनके घर पर ही क्वारंटाइन किया जाएगा। उम्मीद है की बिहार सरकार जल्द ही अन्य राज्यों में फंसे बिहारी भाइयों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
बिहार के बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए क्या है सरकार का प्लान
Sir hamlog bihar ke rahne wale hai jo tamilnadu me phse hue hai ham ghar jana chahte hai
Deepak Kumar