मार्च माह में 8 दिनों तक बैंक बंद हर सकता हैं. इसी महीने की आखिरी तारीख यानि 29 फरवरी को मुंबई में द्विपक्षीय वार्ता होने वाली है. अगर यह द्विपक्षीय वार्ता विफल हो जाती है तो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी 11 से 13 मार्च तक के लिए हड़ताल पर जा सकते हैं. अगर ऐसा होता, है तो बैंकों में लगातार आठ दिनों तक ताले लटके रह सकते हैं.
बता दें कि आगामी महीनें में यानी मार्च में आठ तारीख रविवार है. वहीं नौ को होलिका दहन और 10 मार्च को होली की छुट्टी को लेकर बैंक बंद रहेगा. रविवार के साप्ताहिक अवकाश के बाद इस लिहाज से तीन दिनों तक ग्राहकों को बैंकिंग सेवा से वंचित होना पड़ सकता है. तीन दिनों की हड़ताल के बाद 14 मार्च को महीने का दूसरा शनिवार और उसके बाद 15 मार्च को रविवार पड़ रहा है. यानी अगर हड़ताल हुई, तो आठ दिनों तक बैंकों में कामकाज ठप रहेगा. ऐसे में आम नागरिक को चाहिए कि बैंक के कामकाज पहले ही निबटा लें. वार्ता विफल रहने पर अगर मार्च में हड़ताल होती है, तो यह इस साल अब तक की तीसरी बैंक हड़ताल होगी.
विदित हो कि इससे पहले 08 जनवरी को भारत बंद के दौरान बैंक यूनियनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया था. इसके बाद 31 जनवरी और 01 फरवरी को भी हड़ताल हुई थी. अब अतिरिक्त यूनियन का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयी तो 01 अप्रैल से बैंककर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे.
द्विपक्षीय वार्ता में बात नहीं बनने पर होगी हड़ताल
गौरतलब है कि 08 मार्च को रविवार, नौ व 10 मार्च को होली की छुट्टी के कारण बैंक बंद रहेंगे. पुन: 11 से 13 मार्च तक प्रस्तावित हड़ताल, 14 को दूसरे शनिवार की छुट्टी व 15 को रविवार है. इंडियन बैंक एसोसिएशन व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बीच 29 फरवरी को मुंबई में द्विपक्षीय वार्ता प्रस्तावित है. अगर इसमें हमारी तर्कसंगत मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो झारखंड के अंदर करीब 40 हजार बैंककर्मी हड़ताल पर चले जायेंगे.
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