बिहार विधानसभा चुनाव का समय जैसे-2 नज़दीक आ रहा है. बिहार का सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है. एक तरफ सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने में जुटे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में आरजेडी-जेडीयू के बीच पिछले कुछ महीनों से पोस्टर वार की सियासत थम नहीं रही है. जदयू द्वारा लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन का हिसाब मांगे जाने को लेकर जारी पोस्टर वार के जवाब में राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने आज ट्वीट के जरिए एक पोस्टर जारी किया है.
राजद द्वारा जारी इस पोस्टर पर लिखा है- ‘पन्द्रह साल, पचपन घोटाले’. साथ में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लिखा है कि नीतीश के पन्द्रह साल में लाखों करोड़ के पचपन घोटाले हुए हैं, लेकिन पीआर समर्थित ईमानदारी का चोला ही इतना मोटा ओढ़ें हुए हैं कि कोई जांच और परिणाम को फॉलो नहीं करता. तेजस्वी ने आगे लिखा है कि नीतीश कुमार को हिम्मत है तो कहें कि लाखों करोड़ के ये घोटाले उनके संरक्षण में नहीं हुए हैं.
विस चुनाव 2020 के प्रचार का यूनिक तरीका
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से आरजेडी औऱ जेडीयू के बीच पोस्टर वार खुल्लम-खुल्ला चल रहा है. कभी जेडीयू, राजद को तो कभी राजद, जेडीयू को निशाने पर लेती रही है. ऐसा मालूम पड़ता है, कि इन दोनों पार्टी का ये एक प्रकार से बिहार विधानसभा 2020 के चुनावी प्रचार का एजेंडा है. दोनों ही पार्टी एक-दूसरे के कार्यकाल को पोस्टर वार के जरिए गलत ठहरा रही है.
इस पोस्टर वार की खासियत यह है कि जदयू की ओर से जारी पोस्टर पार्टी अधृकृत नहीं होती है, जबकि राजद का जवाबी पोस्टर किसी नेता-कार्यकर्ता का नहीं बल्कि पार्टी का अधिकृत पोस्टर होता है. इस नए जारी पोस्टर का क्या कहना, ये तो तेजस्वी के ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किया गया है. खैर इस पोस्टर वार का विधानसभा चुनाव 2020 पर क्या असर दिखेगा, ये तो पता नहीं. फिल्हाल जनता इन दोनों पार्टी के बीच जारी इस पोस्टर वार का भरपूर लुफ्त उठा रही है. अब देखना यह है कि तेजस्वी के ट्वीटर हैंडल से सीएम नीतीश कुमार पर किए गए इस वार का जदयू किस प्रकार से राजद को रिटर्न गिफ्त देती है.