प्रशांत किशोर के एक एलान पर सभी राजनीतिक पार्टियों के सारे राजनीतिक समीकरण धरे के धरे रह जाएंगे। साथ ही साथ बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर लगाए जा रहे सभी कयास के मायना भी एक पल में पलट जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रशांत किशोर बिहार चुनाव 2020 में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। एक संभावना यह भी है कि वे महागठबंधन के लिए रणनीति बना सकते है।
अभी हाल ही में जदयू से बाहर किए गए प्रशांत किशोर ने कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद वे इसका जवाब देंगे। मंगलवार को प्रशांत किशोर पटना आ रहे है। टीम पीके के मुताबिक प्रशांत किशोर मंगलवार को पटना में कोई बड़ा खुलासा करेंगे।
बता दें कि दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ प्रशांत किशोर के शामिल रहने से आप के साथ भी उनके जुड़ने की चर्चा जोरों पर है। आगामी मंगलवार को प्रशांत किशोर अपनी आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। उनका यह खुलासा इस साल के अंत में बिहार में होनेवाले बिहार चुनाव 2020 को देखते हुए काफी अहम माना जा रहा है। पीके के कल की घोषणा के बाद यह पता चल पाएगा कि बिहार में हमेशा की तरह इस बार भी मुकाबला एनडीए बनाम महागठबंधन ही होगा या फिर कुछ औऱ।
पीके के फैसले पर टिका है, विस चुनाव 2020 के सभी राजनीतिक समीकरण
विदित हो कि प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान का जवाब दिया था, जिसमें नीतीश कुमार यह कहा था कि जिसे पार्टी से बाहर जाना है वो जाए। प्रशांत किशोर ने नीतीश के इस बयान का ट्वीट के जरिए जवाब दिया था। पीके ने ट्वीट में नीतीश कुमार को लिखा था कि आपकी ओर से यह खराब कोशिश है, मुझे अपने रंग में रंगने की।
पीके यहीं नहीं रुके, आगे नीतीश को कहा कि आप मुझे जेडीयू में क्यों और कैसे लेकर आए, इसको लेकर इतना गिरा हुआ झूठ बोल रहे हैं। आपकी ओर से खराब कोशिश है, मुझे अपने रंग में रंगने की। यदि आप सच बोल रहे हैं तो कौन विश्वास करेगा कि आपमें इतनी हिम्मत है कि अमित शाह के भेजे गए शख्स की न सुनें।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने अपने एक बयान में कहा था कि बीजेपी नेता अमित शाह के कहने पर प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल किया गया था। साथ ही संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में सीएम नीतीश कुमार प्रशांत किशोर और पवन वर्मा के संबंध में पूछे जाने पर कहा, ‘जिसे जहां जाना है जाए। हमारे यहां ट्वीट के कोई मतलब नहीं हैं। जिसे ट्वीट करना है करे। हमारी पार्टी में बड़े और बुद्धिजीवी लोगों की जगह नहीं है। हमारी पार्टी में लोग विद्धिजीवी होने के साथ-2 सामान्य और जमीन से जुड़ें लोग भी हैं।’
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