बिहार में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीति तेज होती जा रही है। इस दौरान रविवार को खबर आ रही थी कि हम महागठबंधन छोड़ सकती है। अब हम पार्टी ने इसको लेकर स्पष्ट किया है। पार्टी ने कहा है कि उसका विलय जदयू में नहीं होगा। वह महागठबंधन में समन्वय समिति की मांग रख रही है। अगर इसका गठन नहीं किया जाता है तो पार्टी अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। ऐसे में जदयू के साथ विलय की कोई संभावना नहीं है।
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विलय के संबंध में हम पार्टी के महासचिव संतोष मांझी ने बयान दिया है। उन्होंने पार्टी के विलय की बातों से साफ मना किया है। उनका कहना है कि समन्वय समिति के गठन का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस ने भी इसके लिए समर्थन दिया है। जीतन राम मांझी मंगलवार को दिल्ली जाएंगे। वहां नेताओं से इस संबंध में बात होगी। ऐसे में अगर महागठबंधन में हमारी बात नहीं मानी गई तो हम दूसरे विकल्प का तलाश करेंगे। इसके अलावा हम तीसरे मोर्चा की बात भी कर रही है। इस संबंध में निर्णय पार्टी की 26 जून को होने वाली कोर कमेटी की बैठक में होगा। लेकिन हम पूरा प्रयास करेंगे कि महागठबंधन बना रहे। राजद अगर नहीं चाहेगा तो हम अपनी आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।
हम पार्टी अपने मांग पर कायम
उन्होंने कहा कि राजद के निर्णय का हम इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद ही हम अपना निर्णय लेंगे। ऐसे में राजद को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते निर्णय लेना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम किसी भी गठबंधन में रहने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन विलय की कोई बात नहीं हो सकती है। ऐसे में अभी कोई भी निर्णय कोर कमेटी के बैठक के बाद ही लिया जाएगा। वहीं पार्टी प्रवक्ता दानिश रिजवान ने एनडीए में जाने की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी समन्वयक समिति के गठन की मांग पर कायम है।