कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ राजधानी पटना में लाखों की आबादी के बीच नगर निगम के सफाई कर्मचारी ही बीमारी की दूत बनकर घूम रहे हैं। दरअसल, इन कर्मचारियों के लिए सुरक्षा का किसी प्रकार का इंतजाम नहीं होने की वजह से समस्या उत्पन्न हो गया है। इनके पास ग्लब्स, मास्क यहां तक की जूता की व्यवस्था भी नहीं है।
शहर में लगभग पांच हजार सफाई कर्मचारी एक-एक मोहल्लों में साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन के लिए फैले हुए हैं। लेकिन, शहर को सुरक्षित रखने कर रहे यह कर्मचारी अपनी सुरक्षा कर पाने में असमर्थ हैं।
निगम में नहीं स्वास्थ्य जांच की व्यवस्स्था
पटना नगर निगम के किसी भी अंचल में इन सफाई कर्मियों के दैनिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा लागू नहीं की गई है। यहां तक की विभाग के अधिकारी भी बिना किसी स्वास्थ्य जांच करवाए रोज एक से दूसरे स्थान पर लोगों की सुविधा को लागू करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में अगर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को संक्रमण का छुआछूत लगता है तो फिर विभाग के सैकड़ों, हजारों कर्मचारियों को बीमारी की विभीषिका में पहुंचने से कोई रोक नहीं पाएगा।
बता दें कि निगम के सफाई कर्मचारी एक तरफ जहां मोहल्लों के नाला, नाली की सफाई के अलावा एक-एक घर से कचरा संग्रहित करने का काम कर रहे हैं। वहीं, कुछ कर्मचारी संदिग्ध स्थानों में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में भी सेनेटाइजेशन का काम कर रहे हैं। ऐसे में इन सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य जांच के लिए न तो नगर निगम के स्तर पर कोई बंदोबस्त किया गया है और न ही जिला प्रशासन ही इस ओर अपनी ध्यान ले जा पा रहा है।
बीमारी की दूत बनकर कर घूम रहे कर्मी
शहर को सिनेटाइज करने और साफ-सफाई में जुटे सफाई कर्मियों को सिनेटाइजर उपलब्ध नहीं कराया गया है और तो और कुछ अंचलों में कर्मचारियों को संख्या के अनुसार ग्लब्स एवं मास्क तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। कर्मचारी इसी असुरक्षा के बीच शहर के मोहल्लों के अलावा मलीन बस्तियों में पहुंचकर घंटों साफ-सफाई कर लोगों को इस महामारी से बचा रहे हैं।
एक नज़र
- निगम कर्मी शहर की साफ-सफाई, सिनेटाइज और ब्लीचिंग का करते हैं काम
- नगर निगम के अंचलों में 5 हजार सफाई कर्मचारी
- निगम के कर्मचारी ही नहीं अधिकारियों के स्वास्थ्य जांच की नहीं है व्यवस्था
- 20 % कर्मचारियों को मिल पाया है ग्लब्स और मास्क
- कर्मचारियों में वितरित नहीं हुआ सिनेटाइजर
- हर वार्ड में 40 से 50 कर्मी रोज असुरक्षित दे रहे हैं सेवा