वर्ष 2018 में उजागर मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की एक पीड़िता का पुनः बलात्कार की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि “सुशासनी अहंकार का चीरहरण कर मुजफ्फरपुर बालिका गृह जनबलात्कार कांड में पीड़ित युवती का चलती गाड़ी में गुंडो ने फिर किया गैंगरेप। इतना विभीत्स कांड होने के बाद भी सरकार सोती रही और फिर पीड़िता का रेप हो गया। बिहार में अपराधी, बलात्कारी, भ्रष्टाचारी तांडव कर रहे है। CM जवाब दें।”
सुशासनी अहंकार का चीरहरण कर मुजफ्फरपुर बालिका गृह जनबलात्कार कांड में पीड़ित युवती का चलती गाड़ी में गुंडो ने फिर किया गैंगरेप।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 15, 2019
इतना विभीत्स कांड होने के बाद भी सरकार सोती रही और फिर पीड़िता का रेप हो गया। बिहार में अपराधी, बलात्कारी, भ्रष्टाचारी तांडव कर रहे है। CM जवाब दें। pic.twitter.com/Wa3s7gNTW2
राबड़ी देवी ने भी साधा निशाना
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी सरकार की विफलता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “बिहार की राक्षसी सरकार द्वारा संरक्षित और संवर्धित अपराधी हैवानियत की सभी हदें पार कर रहे है। विश्व चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की एक पीड़िता के साथ बिहार में फिर सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। बिहार में माँ-बहन, बेटी की कोई इज़्ज़त और सुरक्षा नहीं है। सरकार विफल है।”
बिहार की राक्षसी सरकार द्वारा संरक्षित और संवर्धित अपराधी हैवानियत की सभी हदें पार कर रहे है। विश्व चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की एक पीड़िता के साथ बिहार में फिर सामूहिक दुष्कर्म हुआ है।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) September 15, 2019
बिहार में माँ-बहन, बेटी की कोई इज़्ज़त और सुरक्षा नहीं है। सरकार विफल है।
क्या है मामला
बेतिया की रहने वाली पीड़िता रात्रि विश्राम के लिए अपने पड़ोस में जा रही थी। इसी बीच रास्ते में कुछ गुंडों ने पीड़िता को अगवा कर लिया। बकौल पीड़िता कुल चार युवक थे। सभी ने नकाब पहन रखा था। लेकिन किसी तरह दो का चेहरा देखने में वो कामयाब हो गयी। ये दोनों सगे भाई थे।
फ़िलहाल पीड़िता का इलाज गोवेनमेंट मेडिकल कॉलेज के ICU में चल रहा है। पीड़िता की स्तिथि गंभीर बानी हुई है। पीड़िता बालिका गृह बलात्कार कांड में भी पीड़ित रही है। वही पुलिस मामले के तहकीकात में जुट गई है।
क्या है मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड
यह कांड बिहार की सबसे बड़ी सामूहिक बलात्कार की घटना है। मई 2018 में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल स्टडीज के अनुसन्धान के बाद यह घटना उजागर हुई थी। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को अनेक वजहों से कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरों (सीबीआई) को सौंप दिया गया था। इस मामले की जांच फ़िलहाल सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, मामला पुनः चर्चा में