सहरसा। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जी कृष्णैया हत्या मामले में सहरसा मंडल कारा में सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की मांग तेज हो चुकी है। इसी क्रम में उन्हें जेल से निकालने की मांग को लेकर ‘फ्रेंड्स ऑफ आनंद’ के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति काफी आक्रोश व्यक्त किया।
इसके साथ शनिवार को जगह- जगह सड़क जाम, आगजनी और मशाल जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन कर पूर्व सांसद की अविलंब सम्मानजक रिहाई की मांग की। जिले के बलवाहाट बाजार में सैकड़ों की संख्या में मोटरसाइकिल सवार ‘फ्रेंड्स ऑफ आनंद’ के कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व सांसद आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमन आनंद पहुंचे।
जहां आनंद मोहन के सम्मानजनक रिहाई के लिये नारा लगाते हुए मशाल जुलूस निकली गयी और फिर बलवाहाट चौक पर सड़क जाम कर आगजनी की गई। अंशुमन आनंद ने कहा कि किसी भी निर्दोष को अगर पीड़ा पहुंचाई जाती है तो कष्ट से निजात भगवान दिलाते हैं। किसी को भगवान से ऊपर नहीं समझना चाहिये।
आनंद मोहन के समर्थन में मशाल जुलूस
बिहार में सत्तारुढ़ गठबंधन NDA पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा अभी भी मौका आपके हाथ में है। आनंद मोहन को निकालने का काम करें। मामला हाथ से बाहर गया तो मुश्किल होगी। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान से ही कई कार्यक्रमों में आनंद मोहन की चिंता की बात मुख्यमंत्री ने कही थी।
90 के दशक में आनंद को मुख्यमंत्री ने निर्दोष कहकर धरने पर बैठने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद चुप्पी लगा ली। इस बाबत फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं की मानें तो अभी छोटे-छोटे आंदोलन कर जगाने का काम कर रहे हैं। रिहाई नहीं होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। पूरे राज्य भर में सड़क जाम तो किया ही जाएगा साथ ही इसका गवाह गांधी मैदान भी बनेगा।