बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने गतिविधियां तेज कर दी हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने 26 जून को सभी दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में कुल 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल हिस्सा लेंगे। इसमें कोविड 19 को देखते हुए चुनाव प्रचार पर विचार विमर्श किया जाएगा। ऐसे में बैठक में हिस्सा ले रहे सभी राजनीतिक दलों को अपने ओर से सुझाव देने को कहा गया है। इस दौरान सभी दलों से सुझाव लाने के लिए कहा गया है। कोरोना संक्रमण को लेकर केन्द्र ने विशेष दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसका कि चुनाव प्रचार के दौरान कैसे पालन किया जाए एक गंभीर समस्या है। इस दौरान सामाजिक दूरी बनाने का प्रयास कैसे किया जाए एक गंभीर मामला है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार पर होगी चर्चा
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इस बैठक में कुल 12 दलों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें 8 राष्ट्रीय दल हैं जबकि 4 राज्य स्तरीय दल हैं। इस दौरान 8 राष्ट्रीय दलों में टीएमसी, बसपा, भाजपा, सीपीआईएम, मार्क्सवादी पार्टी, कांग्रेस, राकंपा और नेमिफ शामिल होंगी। इसके अलावा जदयू, राजद, लोजपा और रालोसपा सहित 4 राज्य की पार्टियां शामिल होंगी। इस संबंध में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के ओर से जानकारी दी गई है। उनका कहना है कि बैठक में मतदान केन्द्रों और नए ईवीएम को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
इससे पहले निर्वाचन आयोग ने ईवीएम के मुद्दे पर हर जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। इसके अलावा मतदाता सूची को लेकर भी राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश जारी कर रखे हैं। इसको लेकर मतदाता सूची को अंतिम रुप देने का काम चल रहा है। इसके अलावा इस बार नए ईवीएम से चुनाव कराने की बात चल रही है। चुनाव को लेकर एनडीए के ओर से वर्चुअल रैलियों के माध्यम से तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। जदयू एवं भाजपा ने पिछले दिनों अपनी वर्चुअल रैलियां की हैं।