Bihar Lockdown कोरोना की जांच के लिए राजधानी पटना में शुरू किए गए आरएमआरआइ अस्तपाल में तब अफरातफरी मच गई जब पता चला कि जांच किट खत्म हो गया है। निदेशक का फोन भी बंद था
Bihar Lockdown: प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट (आरएमआरआइ) में जांच का काम रुक गया है। बिहार के इस एकमात्र कोरोना जांच केंद्र में जांच किट समाप्त हो गए हैं। आरएमआरआइ के सूत्रों में इसकी पुष्टि की है। आधिकारिक पुष्टि के लिए जब निदेशक को फोन किया गया तो उनका फोन बंद मिला।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार तक आरएमआरआई को 544 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से 499 की रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। दोपहर बाद 26 और सैम्पल की जांच की गई है। 19 सैम्पल अभी और जांचे जाने हैं। जांच में आज दो और लोगों को कोरोना पोजेटिव पाया गया है। जांच किट खत्म होने के बाद निदेशक ने इसकी सूचना राज्य के स्वास्थ्य विभाग और संबंधित अधिकारियों को भेज दी है।
इसके कुछ देर के बाद आरएमआरआई के निदेशक डॉ प्रदीप दास ने फोन ऑन करने के बाद बताया कि वायरोलॉजी लैब को सैनिटाइज किया गया है इस कारण आज किसी भी नमूने की जांच नहीं हो सकी है, निदेशक ने कहा कि अब प्राप्त होने वाले सैंपल की जांच शनिवार को होगी
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की इकाई भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अधीन पटना के अगमकुआं में राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान के वायरोलॉजी लैब में जापानी इंसेफेलाइटिस, स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया समेत सभी तरह के विषाणु जनित बीमारियों के नमूनों की जांच होती है। बिहार की यह इकलौती प्रयोगशाला है जहां कोरोना की जांच हो रही है। देशभर की लैब में इसे बायो सेफ्टी लेबर-दो का दर्जा प्राप्त है।
आरएमआरआइ के निदेशक डॉक्टर प्रदीप दास ने मंगलवार को बताया कि यहां नमूने मिलने के पांच घंटे में रिपोर्ट तैयार हो जाती है। रात में पहुंचने वाले नमूनों को जांचने की प्रक्रिया रात में ही शुरू कर दी जाती है। अब
चार वैज्ञानिक 24 घंटे जांच में जुटे
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए आरएमआरआइ की वायरोलॉजी लैब में चार वैज्ञानिक, चार टेक्नीशियन एवं रिसर्च फेलो नमूनों की जांच में चौबीस घंटे बारी-बारी से लगे हैं। निदेशक ने बताया कि आने वाले नमूनों को लेने से लेकर इसकी जांच करने तक में आवश्यक सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।
जांच कार्य में लगे सभी लोग पर्सनल प्रोटेक्शन एक्यूपमेंट, एन-95 मास्क लगाए रहते हैं। जांच में लगे कर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन एक्यूपमेंट, एन-19 मास्क, टेमी फ्लू टेबलेट और इंफ्लूएंजा वैक्सिन राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है।