बिहार में बाढ़ का कहर अब तेजी से बढ़ते जा रहा है। बिहार के दस जिले अब बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जिसके कारण 6 लाख 40 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। वहीं राहत और बचाव कार्य भी शुरु कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में जानकारी दी है। विभाग ने बताया कि राज्य के दस जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इन जिलों में सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण एवं खगड़िया हैं।
बिहार में बाढ़ के लिए 21 एनडीआरएफ की टीम तैनात
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विभाग ने बताया कि अभी तक 19 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचा दिया गया है। जबकि इन जिलों के 55 प्रखंड बाढ़ ग्रस्त हैं। इसके अलावा 282 पंचायतों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। इन दस जिलों में दस राहत शिविरों में लोगों को रखा गया है। विभाग के अनुसार बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में खतरे के निशान को पार कर चुकी है। वहीं कमला बलान मधुबनी, लालबकिया पूर्वी चंपारण और महानंदा किशनगंज व पूर्णिया में खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं।
बाढ़ के संबंध में जानकारी देते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि भारी बारिश के बाद भी तटबंध बिल्कुल ठीक हैं। विभाग की अतिरिक्त सतर्कता के कारण तटबंधों पर बाढ़ के खतरों को टाला जा सका है। बाढ़ को लेकर बिहार में एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात हैं। इन टीमों को राज्य के सभी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में 21 टीमों को तैनात किया गया है। ये टीमें राज्य के 12 जिलों में तैनात हैं।
वहीं इस माह हुई रिकार्ड बारिश के कारण बाढ़ की समस्या और गंभीर होने की संभावना है। जबकि नेपाल में भी पिछले दिनों काफी तेज बारिश हुई हैं। जिसके कारण आने वाले समय में बाढ़ की समस्या और गंभीर होने वाली है।