गंगा किनारे प्रकृति की छटा का आनंद उठाना अब पटना में भी मुमकिन हो रहा है, राजधानी पटना के घाटों को खूबसूरत बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। सुबह में मॉर्निग वॉक के साथ-साथ शाम में टहलने के लिए व्यवस्था की गई है। घाटों के पाथ-वे को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। यहां रंगीन लाइट के बीच शहरवासी शाम में गंगा किनारे का आनंद उठाने आते हैं।
नमामि गंगे परियोजना के रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत अब राजधानी पटना के अधिकतर घाट एक-दूसरे से जुड़ गए हैं। गुलबी घाट के पास पहले से शवदाह गृह बना होने के कारण रिवर फ्रंट के घाटों को आपस में नहीं जोड़ा जा सका था। अब यह बाधा भी दूर हो गयी है। गुलबी घाट के पास ऊपर से पाथ-वे बनाया गया है।
लहरों का अद्भुत आनंद
अब कलेक्ट्रेट घाट से शुरू करें तो खूबसूरत पेंटिंग्स से सजी सीढ़ियों और गलियारे की सैर करते हुए आप पटना सिटी के गायघाट स्थित राजा घाट तक पहुंच सकते हैं। कलेक्ट्रेट घाट से लेकर राजा घाट तक के पाथवे का जुड़ाव हो चुका है। अब गुलबी घाट से आगे के घाटों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। 5.4 किलोमीटर लंबे इस गलियारे से टहलते हुए गंगा की लहरों को देखने का आनंद अद्भुत है।
नगर विकास सह आवास विभाग की ओर से इस पूरे कार्य को बुडको द्वारा कराया जा रहा है। योजना में 252 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं। इस कार्य को 2017 के दिसंबर में पूरा हो जाना था, लेकिन गंगा में पानी अधिक होने के कारण काम बाधित हुआ। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत बनने वाले घाटों का उद्घाटन इसी साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।
ऑडियो-विजुअल थियेटर का इंतजार
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत बहरवा घाट पर ऑडियो-विजुअल थिएटर भवन तैयार हो चुका है। कलेक्ट्रेट घाट का इको सेंटर भी तैयार हो चुका है। इसका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। राजा घाट पर सामुदायिक एवं सांस्कृतिक केंद्र भी तैयार हो चुका है। हालांकि इनका शुभारंभ अभी नहीं हो सका है। कलेक्ट्रेट और गांधी घाट पर कैफेटेरिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इनके उद्घाटन के बाद रिवर फ्रंट का आकर्षण और बढ़ जाएगा।
गांधी घाट पर ऑडियो-विजुअल थिएटर बन कर तैयार हो गया है। नमामि गंगे योजना के तहत गंगा संरक्षण को लेकर बनीं शॉर्ट फिल्मों का आनंद पटनावासी यहां उठा सकेंगे। इसके अतिरिक्त यहां के हॉल में छोटे सेमिनार व कार्यक्रम आदि भी आसानी से हो सकेंगे। उम्मीद है कि यह थियेटर जल्द शुरू किया जाएगा। तब पर्यटकों की आमद भी बढ़ेगी।