राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली राजधनी पटना की ममता कुमारी को प्रधानमंत्री ने सम्मानित किया। बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में बिहार की बेटी को सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के अंतिम चरण में देशभर के 56 युवाओं का चयन किया गया था। इसमें बिहार के पटना विमेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक करने वाली ममता कुमारी और मगध महिला कॉलेज की छात्र विदुषी राय का चयन किया गया था।
पुरस्कार वितरण समारोह नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय अंबेडकर केंद्र के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया था। ममता को केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तीसरे स्थान पर आने के लिए 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी मिला।
पुरे बिहार की ओर से प्रधानमंत्री को किया नमस्कार
पटना के बैरिया संपतचक की रहने वाली ममता ने ट्रॉफी जीतने के लिए 53 अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ दिया। पुरस्कार मिलने के बाद ममता ने बताया “मैं इस दिन को जीवन भर याद रखूंगी मैंने पूरे बिहार के लोगों की ओर से पीएम को ‘नमस्ते’ कहा, जबकि उनसे ट्रॉफी और प्रमाण पत्र प्राप्त किया।” ज्ञात हो की प्रथम तीन स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री के सामने अपने विषय पर भाषण देने का अवसर मिला था। ममता अपने माता पिता के साथ बैरिया के संपतचक में रहती हैं। पिता साहगिर्द मांझी पीडब्लूडी में कार्यरत हैं और माँ श्रीमती पुष्पा देवी गृहणी हैं।
ममता ने बताया की प्रधानमंत्री के सामने बोलना गर्व की बात है। वो सभी प्रतिभागियों के बातों को गौर से सुन रहे थे। अच्छे बिंदुओं पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे थे। उनके सामने बोलना जीवन का सबसे यादगार पल है।
बड़ी आबादी देश के लिए फायदेमंद
ममता ने प्रधानमंत्री के सामने “भारत को भौगोलिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ने” के विभिन्न आयाम पर प्रकाश डाला। ममता ने बताया की भारत की जनसंख्या के ढेर सारे लाभ हैं। देश में विविधता है, लेकिन हम इसकी तारीफ़ में अपनी समानता को भूल जाते हैं। बड़ी आबादी को खाद्दान उपलब्ध कराने के लिए राज्यों के बीच समन्वयक बढ़ने पर बल दिया जाना चाहिए।
प्रतियोगिता के दिन अपने तीन मिनट के भाषण में, ममता ने कहा कि भारत भौगोलिक रूप से विशाल देश है, और देश की आबादी एक आर्थिक संसाधन है, जिसका बेहतर तरीके से उपयोग किया जाना चाहिए। “सांस्कृतिक विविधता के लिए, ममता ने, भारतीय संविधान की प्रस्तावना को उद्धृत किया। जो “हम भारत के लोग” के साथ शुरू होता है और जाति, पंथ, लिंग या धर्म के आधार पर किसी को वर्गीकृत नहीं करता है।
बिहार का प्रतिनिधित्व ममता और विदुषी रॉय ने किया। उन्हें जिला और राज्य स्तर की संसद के बाद चुना गया था। युवा संसद में तीसरा स्थान प्राप्त करने के लिए ममता कुमारी को ढेर सारी शुभकामनाएं। आपने खुद को ही नहीं बल्कि पुरे राज्य को गौरवान्वित किया है।
बढ़ता बिहार की टीम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं।