पल पल नई ऊंचाइयों को छूता बिहार हर रोज़ एक नई इबारत लिख रहा है। इस दिशा में बिहार में अनेकों काम भी हो रहे हैं, रोज़ नई नई परियोजनाओं का शिलान्यास कर मुख्यमंत्री ने नए बिहार की जो कल्पना की थी उसे वो साकार करने में लगे हैं। इसी क्रम में पिछले वर्ष, 2018 जुलाई के महीने में छपरा में डबल डेकर फ्लाईओवर का उद्घाटन किया गया था। छपरा में बन रहा यह पुल भारत का सबसे लम्बा डबल डेकर सड़क पुल होगा। खबर थोड़ी पुरानी है परन्तु बिहार के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
अपने इतिहास पर नज़र डाले तो पुरे एशिया में महात्मा गाँधी सेतु पुल सबसे लम्बा सड़क पुल हुआ करता था और सामान्य ज्ञान की किताबों में हमें यह पढ़ाया जाता था। अब 21वी सदी में भले ही यह गौरव बिहार के पास नहीं है लेकिन एक बार फिर से नए भारत में नया बिहार अपनी पहचान बनाने में जुटा है।
सबसे लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर
छपरा में उत्तर भारत का सबसे पहला डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जा रहा हैं। यह पूरे भारत का सबसे बड़ा डबल डेकर फ्लाईओवर होगा, जिसकी लम्बाई करीब 3.5 किमी होगी। इसका निर्माण अगले 4 वर्षों (2022 तक) के भीतर पूरा कर लेने का लक्ष्य है। सबसे लम्बे डबल डेकर फ्लाईओवर के निर्माण में करीब 411 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस डबल डेकर फ्लाईओवर की लम्बाई करीब 3.5 km तथा चौड़ाई 5.5 मीटर का होगा। आपको ज्ञात होना चाहिए की देश में अब तक का सबसे लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर मुंबई में है जिसकी लम्बाई 1.8 किमी है।
डबल डेकर फ्लाईओवर का एलायनमेंट
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम से मिली जानकारी के अनुसार डबल डेकर फ्लाईओवर छपरा के भिखारी ठाकुर चौक से 400 मीटर पहले, एवीएस स्कूल के समीप से शुरू होगा। यह गांधी चौक और नगरपालिका चौक से आगे बढ़ते हुए बस स्टैंड तक जा सकेगा। इस पुल का इस्तेमाल पटना से छपरा होते हुए सीवान जाने और सीवान से पटना आने के लिए भी किया जा सकेगा।
फ्लाईओवर के नीचे के डेक का 2500 मीटर लंबा रैंप पुलिस केंद्र स्थित मंदिर के निकट से शुरू होगा। इस डेक का इस्तेमाल कर गांधी चौक एवं नगरपालिका चौक होते हुए राजेंद्र सरोवर के निकट आना संभव होगा। आरा, हाजीपुर और पटना की ओर से आने वाले वाहन इसका इस्तेमाल छपरा समाहरणालय, बस स्टैंड और सिवान की ओर जाने के लिए कर पाएंगे।
प्रमुख विशेषताएं
प्रशासनिक स्वीकृत राशि | 41131.33 लाख रूपए |
कार्य पूरा करने की अवधि | चार वर्ष (जून 2022) |
संवेदक का नाम | मेसर्स एन सी सी प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद |
निचला डेक (पटना की ओर से) की लम्बाई | 2500.00 मीटर |
रैंप गरखा की ओर से गाँधी चौक पर उपरगामी | 300 मीटर |
रैंप नगरपालिका चौक से थाना चौक की ओर | 300 मीटर नीचे की ओर |
ऊपरी रैंप (सिवान की ओर से) की लम्बाई | 520.00 मीटर |
नीव का प्रकार | पाइल (1200 mm dia) |
नीव की गहराई | औसतन 30.00 मीटर |
सब-स्ट्रक्चर | आर सी सी पोर्टल |
वाहनों के लिए स्पष्ट ऊंचाई | 5.5 मीटर प्रति तल्ला |
कैरेज-वे की चौड़ाई | ५.५ मीटर |
उम्मीद की लहर
उम्मीद है की इस परियोजना से आम जनता को ट्रैफिक जाम की जटिल समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही पुरे भारत में बिहार का नाम सबसे लम्बे डबल डेकर फ्लाईओवर के लिए जाना जायेगा। हाल ही में हुए पटना मेट्रो के शिलान्यास से बिहार के राजधानी को भी मेट्रो सिटी में लाने की एक अच्छी पहल है। बीते 17 फ़रवरी को देश के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री ने इसका शिलान्यास किया।
अब वो दिन दूर नहीं जब बिहार भी अन्य राज्यों की तरह एक सुखी और समृद्ध राज्यों की क़तर में आ खड़ा होगा। धन्यवाद है सरकार का जिसने अपनी विकास की छवि अबतक बरकरार रखी है। बिहार की जनता में भी इस नए और बढ़ते बिहार को और आगे बढ़ाने की एक उम्मीद की लहर है।
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