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बेरोजगारी हटाओ यात्रा में तेजस्वी यादव ने गिनाए लालू यादव 15 वर्ष के कार्य

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बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक पार्टी चुनाव की तैयारी में अभी से लगी हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकले हुए हैं। इसी कड़ी में गया जिले के शेरघाटी में तेजस्वी यादव की गुरूवार को सभा थी। सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने केंद्र और राज्य सरकार पर तो जमकर हमला बोला ही साथ ही लालू यादव के 15 साल के शासन पर सवाल उठाने वालों और उनके कामों का हिसाब मांगने वालों को जवाब के साथ पूरा हिसाब भी दिया।

तेजस्वी यादव ने कहा कि आज हड़ताली शिक्षकों पर लाठियां बरसाई जाती हैं। जीविका और आंगनबाड़ी के लोग हड़ताल पर जाते हैं, तो सरकार उनपर लाठीचार्ज करवाती है। उन्होंने कहा कि बिहार में जब लालू यादव की सरकार थी, तब शिक्षकों को परमानेंट नौकरी दी जाती थी। आज की सरकार नियोजित शिक्षकों पर लाठियां बरसा रही है। तेजस्वी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि बिहार में 8 महीने बाद आरजेडी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही हम राज्य में डोमिसाइल नीति लागू करेंगे और राज्य के नौजवानों को राज्य में ही नौकरी देंगे।

लालू यादव ने बिहार को दिया बहुत कुछ

जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि लोग पूछते हैं कि 15 साल में आरजेडी ने क्या किया है। तो मैं उनको बता देना चाहता हूं लालू जी 1990 में जब सीएम बने तो गांधी मैदान और पटना का रेलवे स्टेशन गिरवी था। बिहार सरकार 2700 करोड़ नुकसान में थी। सत्ता में आने के बाद बिहार में 7 यूनिवर्सिटी लालू यादव ने खोला था। आज उसमें से दो यूनिवर्सिटी झारखंड में है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि आपको पता होना चाहिए कि 2005 में जब नीतीश सीएम बनने वाले थे तो बिहार नुकसान में नहीं था। ये लालू यादव कि देन थी कि नितीश कुमार जब मुख्यमंत्री बने तो राज्य 3700 करोड़ मुनाफा में था। 2004 में एक बिहारी पर औसतन का 5000 कर्ज था। आज बिहार में एक व्यक्ति पर सवा लाख का कर्ज है। क्या यही विकास है। तेजस्वी ने कहा कि यह विकास नहीं लूट है, आप सभी लोगों को लूटा जा रहा है।

तेजस्वी यादव ने अपने पिता द्वारा किये गए विकास के कार्यों को लेकर कहा कि जब लालू जी रेल मंत्री थे, तो उन्होंने बिहार में चक्का कारखाना बनवाया था। सीएम रहते लालू ने शिक्षा और पुलिस में परमानेंट नौकरी दी थी। अटल की सरकार में 12 मंत्री एनडीए में बिहार से थे और आज गठबंधन में बावजूद भी जदयू का कोई नेता केंद्र में मंत्री नहीं बन पता है। ये अंतर् है लालू यादव और नितीश कुमार में। तेजस्वी ने कहा कि लालू यादव जब केंद्र में थे तो बिहार को 1 लाख 44 हजार करोड़ दिलाने का काम किये थे।

हाथ मजबूत करने का आह्वान

आज बिहार में बाढ़ और सुखाड़ के लिए लोग जांच के लिए नहीं आते हैं। तेजस्वी यादव ने लोगों से लालू के हाथ को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी हटाओ यात्रा के माध्यम से लोगों को जोड़कर बिहार से बेरोजगारी की समस्या को खत्म करना है।

आपको बता दे कि भले ही अब तेजस्वी अपने पिता लालू यादव के शासन की खूबियां गिना रहे हो। लेकिन पटना के वेटनरी कॉलेज से जब वे इस बेरोजगारी हटाओ यात्रा कि शुरुआत कर रहे थे तो उन्होंने ने भी खुद यह माना था कि उनके पिता के मुख्यमंत्री काल में कुछ खामियां रही थी। लेकिन वे उस पुराने बिहार कि नहीं बल्कि नए बिहार कि बात कर रहे है। अब देखना होगा कि बिहार कि यह जनता उनके बातों से कितना प्रभावित होती है।

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