वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के चेहरे पर ही विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। यादव ने बुधवार को नई दिल्ली में कहा-राजद, राज्य विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं। विधानसभा चुनाव भी उनके चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। ऐसे में यह तय माना जा रहा है की बिहार में होने वाले इस राजनीतिक 20-20 में तेजस्वी बनाम नीतीश की लड़ाई ही होगी।
इन दिनों महागठबंधन में चेहरे का सवाल तेजी से उभर रहा है। खासकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एलान के बाद यह सवाल और तीखा हुआ। शाह ने कहा था कि एनडीए विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ेगा। तेजस्वी के नाम पर कांग्रेस के अलावा रालोसपा, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी भी असहज महसूस कर रही है।
43 साल से कर रहा राजनीति
इसबीच, इन दलों ने शरद यादव के नाम को आगे करने की कोशिश की। शरद ने कहा-कुछ लोग मेरे चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ने की बात करते हैं। लेकिन, अंतत: तेजस्वी का चेहरा ही ठीक रहेगा। उन्होंने कहा-मैं 43 साल से दिल्ली और देश की राजनीति कर रहा हूं।
शरद यादव की पिछली बिहार यात्र के समय रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने बंद कमरे में उनसे बातचीत की थी। इन नेताओं ने शरद से नेतृत्व करने का आग्रह किया था। पटना से शरद रांची गए। वहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से उनकी मुलाकात हुई। समझा जाता है कि लालू प्रसाद के राजी न होने के बाद ही शरद ने अपने बदले तेजस्वी के चेहरे को पेश किया है।
तीसरे फ्रंट की कोशिश में जुटे पप्पू यादव
पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा है कि हम एक मजबूत संकल्प लेकर प्रशांत किशोर, जीतन राम मांझी, कन्हैया कुमार और अन्य वाम दलों के साथ एक नया मोर्चा बनाएंगे। राज्य को विकास के पथ पर ले जाएंगे। उन्होंने सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे मुद्दों को लेकर 23 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है।
बुधवार को पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के पास विकास का कोई मॉडल नहीं। मेरे पास विकास का अगले तीन साल का ब्लू प्रिंट तैयार है। यदि प्रशांत किशोर बिहार के विकास में सहयोग चाहते हैं तो वे उनका सहयोग करने को तैयार हैं।
अगर तीसरा मोर्च बनता भी है तो देखना दिलचस्प होगा की तेजस्वी बनाम नीतीश बनाम कौन होता है, क्योकि हर दाल अपने तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा देखना चाहते हैं।
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