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राजद के रवैये से बढ़ रही है महागठबंधन की नाराजगी, इस कारण नहीं बन रही बात

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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहे है महागठबंधन के घटक दलों के अंदर लगातार नाराजगी बढ़ती जा रही है। रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बाद सोमवार को हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी ने भी राजद पर अपने गुस्से को जाहिर किया है।

तीन दल के प्रमख की आपस में मुलाकात

सोमवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने मांझी के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। करीब घंटे भर तीनों नेताओं ने कई मसलों पर मंत्रणा भी की। सूत्रों की माने तो उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि कोआर्डिनेशन कमेटी का मसला उठाते ही राजद के तरफ से कहा जाता है इस पर जो फैसला लालू प्रसाद यादव लेंगे, उसे सब को मानना होगा। इस बात से जो सहमत हैं वे महागठबंधन में रहे या फिर अपना रास्ता चुन ले। यह तर्क गठबंधन के सहयोगियों को रास नहीं आ रहा है। बैठक के बाद गठबंधन के सहयोगी नेताओं ने कहा कि फिलहाल हम कॉर्डिनेशन कमिटी की बात कर रहे हैं। हमारी मांग को तवज्जो मिलनी चाहिए। दोनों ने कहा कि सहयोगी दलों की इस प्रकार से अनदेखी महागठबंधन की सेहत के लिए ठीक नहीं है। बावजूद हमने समन्वय समिति के लिए थोड़ा और इंतजार करेंगे बाद में हमें जो निर्णय लेना होगा लिया जाएगा

जीतन राम मांझी: तानाशाही से नहीं चलता लोकतंत्र

बैठक के बाद मांझी ने दो टूक शब्दों में कहा कि लोकतंत्र तानाशाही से नहीं चलता है। राजद से लंबे समय से मांग की जा रही है कि सहयोगी दलों में तालमेल के लिए समन्वय समिति गठित की जाए। परंतु राजद लगातार इस मांग की अनदेखी कर रहा है। इस महीने के अंत तक राजद को एक मौका और दिया जाएगा। उसके बाद सहयोगी दल किसी भी प्रकार का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगे। कोर्डिनेशन कमिटी की वजह से बढ़ रही है महागठबंधन की नाराजगी।

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बड़ा भाई कोई भी निर्णय नहीं ले सकता: मुकेश सहनी

विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन बना है तो उसके सहयोग सभी सहयोगियों को एक विचारधारा और आपसी सहयोग बना कर चलना होगा। दल में सबसे बड़े हैं इसका मतलब यह नहीं कि कोई भी निर्णय लेने को स्वतंत्र हैं। कोआर्डिनेशन कमेटी की हमारी मांग पुरानी है और इस पर राजद को विचार करना चाहिए। कमेटी बनने पर ही तय हो पाएगा की सीटों का बंटवारा कैसे होगा और कौन कहां-कहां से लड़ेंगे।

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