बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को देखते हुए बिहार में राजद और जदयू के बीच पोस्टर वार लगातार जारी है। दोनों पार्टियों के बीच एक से बढ़कर एक पोस्टर वार देखने को मिल रहे हैं। जहां एक ओर मंगलवार को राजद ने जदयू पर वार करते हुए पोस्टर जारी किया था। जिसमें चुटीली कविता लिखी थी तो दूसरे पोस्टर में सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें कुर्सी के प्यारे, बिहार के हत्यारे की संज्ञा दी गई थी।
वहीं दूसरी ओर राजद के जवाबी पोस्टर में जदयू ने अब एक नया पोस्टर जारी किया गया है। जिसमें राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ एक जिन्न को दिखाया गया है। इस पोस्टसर में जिन्न लालू यादव से यह कह रहा है, ‘अब तेरी बातों में नहीं आने वाला’।
बिहार में नहीं थम रहा पोस्टर वार
इसके साथ ही पोस्टर के निचले हिस्से में कुछ लोग यह कहते नजर आ रहे हैं, ‘क्याे करेंगे, जब रखवाले ही चोरी करें और चोरी करके तुमसे ही सीनाजोरी करें’। पोस्टर पर नारा लिखा है, ‘कहे बिहार सुनो भाई-बहनों, घोटालेबाजों के गुण तीन, मान हरे, धन संपत्ति लुटे और मति ले छीन’।
पोस्टर की दूसरी तरफ कई तस्वीरें लगी हैं जिसमें लिखा है:- लो देख लो, इसके साथ ही कई तस्वीरें हैं जिसमें से एक तस्वीर में लालू यादव और शहाबुद्दीन को जेल के अंदर दिखाकर दावा किया गया है कि राज्या में न्यादय का राज है। इसके साथ ही बिहार में हो रहे विकास कार्यों की तस्वीरें भी इस पोस्टर में अंकित हैं।
जवाबी पोस्टर में कहा गया अब ना निकलेगा जिन्न
गौरतलब है कि कभी बिहार की राजनीति में ‘जिन्न’ शब्द चर्चा में बना रहता था। कहा जाता रहा है कि लालू यादव अपने इसी जिन्न के भरोसे बिहार की सत्ता पर करीब डेढ़ दशक तक शासन किये थे। लालू के ‘जिन्न’ का मतलब अतिपिछड़े मतदाता हैं जो बिहार के कुल मतदाताओं में करीब 23 प्रतिशत हैं। नब्बे के दशक में जब बैलेट पेपर पर चुनाव हुआ करता था, उस समय यह चर्चा रहती थी कि बैलेट बॉक्स से लालू का ‘जिन्न’ निकलेगा। हालांकि, यह बातें सिर्फ कहने के लिए नहीं थी। हकीकत में भी उस दौरान बैलेट बॉक्स से लालू यादव का जिन्न निकलता था और उन्हें चुनाव में जीत मिलती थी। विदित हो कि लालू का जिन्न कोई और नहीं, बल्कि अतिपछड़े मतदाता थे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 नजदीक है और अभी इस प्रकार के पोस्टर और भी देखने को मिलने वाले हैं।