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बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर जद(यू) में दो फाड़, नेताओं के अलग अलग बयान

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आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी हैं। बिहार में इसकी सुगबुगाहट भी देखने को मिलने लगी है, पक्ष-विपक्ष अपने-अपने तरीकों से 2020 में होने वाले इस महापर्व के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है ऐसे में बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल बिहार सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश सरकार को घेरने के लिए राज्य स्तर पर ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। अगर आरजेडी सूत्रों की मानें तो करीब 2 महीने तक तेजस्वी यादव सूबे के लगभग हर हिस्सें में जाकर युवाओं को मौजूदा सरकार की नाकामियों से अवगत कराएंगे।

60 फीसदी आबादी बेरोजगार

राजद का मानना है कि बिहार में युवाओं की आबादी 60 फीसदी के करीब है और राज्य में व्याप्त बेरोजगारी आगामी चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। जिसे देखते हुए पार्टी ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत इन्हीं बेरोजगारों को ध्यान में रखकर करने का फैसला लिया है। बिहार के युवा नेता तेजस्वी यादव सूबे में ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ की शुरुआत 23 फरवरी को पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड से करेंगे। इस यात्रा की शुरुआत तेजस्वी की एक बड़ी जनसभा के बाद होगी। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, हमारा दायित्व है कि हम सरकार को आगाह करें और लोगों को बताएं कि डेढ़ दशक में बिहार में बेरोजगारी कितनी बढ़ी है।

बेरोजगारी हटाओ यात्रा के बैठक की अध्यक्षता राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जगदानंद सिंह ने की। इस बैठक के दौरान राजद विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद, अनवर आलम, सुदय यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन, भाई अरुण कुमार, प्रेम गुप्ता, विनोद यादव, बल्ली यादव एवं बब्लू मालाकार, अशोक सिंह समेत कई लोग मौजूद रहें। हमें जितनी जानकारी अब तक मिली है उसके मुताबिक तेजस्वी एक जिले में कम से कम दो बार जाने की कोशिश करेंगे।

प्रचार हासिल करने के लिए एक रणनीति

जद (यू) बिहार के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने नेताओं को जवाब देते हुए कहा की एक व्यक्ति द्वारा समर्थन के पीछे कोई अर्थ नहीं है। यह केवल कुछ प्रचार हासिल करने के लिए एक रणनीति है, अब जब वे अपनी जमीन खो रहे हैं। जब जनता का समर्थन कम हो जाता है तो लोग इस तरह के कदम उठाते हैं। यह हमें बिल्कुल प्रभावित करने वाला नहीं है।

अमरनाथ गामी, जद (यू) के विधायक ने कहा हैं की बिहार में बेरोजगारी है, अन्यथा कोई प्रवास नहीं होता। तजस्वी जी B बिरोजगारी हटाओ यात्रा ’निकाल रहे हैं, लेकिन यह अकेले मदद नहीं करेगा। बिना केंद्र की मदद के बेरोजगारी दूर करना संभव नहीं है। किसी भी बिहार सरकार ने बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दिया।

जावेद इकबाल अंसारी, जद (यू) विधायक के विधायक हैं, उन्होंने तेजस्वी यादव की यात्रा की सराहना करते हुए कहा की विपक्षी नेता ‘बिरोजगारी हटाओ यात्रा’ निकाल रहे हैं। पिछले 10-15 वर्षों में बेरोजगारी के कारण बिहार से पलायन बढ़ा है, लोग दूसरे राज्यों में काम करने के लिए जाते हैं लेकिन अपमानित होते हैं। जो भी युवाओं के भविष्य के लिए सड़कों पर उतरता है, उसकी सराहना की जानी चाहिए।

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