पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव का प्रचार कर रहे छात्र राजद के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार आयुष पर बुधवार को पटना वीमेंस कॉलेज गेट के पास छात्र जदयू के समर्थकों ने हमला कर दिया। इसे लेकर दोपहर से शाम तक कोतवाली थाने में गहमागहमी बनी रही। सिर पर चोट होने के बावजूद गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज नहीं करने को लेकर कोतवाली में छात्र राजद समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच जिच होती रही घटना की जानकारी पाकर लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी कोतवाली थाने के बाहर आए। लेकिन, गाड़ी से बिना उतरे ही आगे बढ़ गए।
शाम करीब साढ़े छह बजे प्राथमिकी की छायाप्रति लेकर छात्र राजद के समर्थक लौट गए। आयुष ने बताया कि विपक्षियों के प्रभाव में आकर पुलिस ने प्राथमिकी में गंभीर धारा नहीं लगाई। जबकि पथराव से उसका सिर फट गया है। एएसपी (विधि-व्यवस्था) स्वर्ण प्रभात ने बताया कि दो संगठनों से जुड़े छात्रों के बीच झड़प की सूचना मिली थी। विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है। तेज प्रताप यादव के आने से छात्र राजद के कार्यकर्ताओं में जोश का माहौल दिखा।
गायक दीपक ठाकुर के साथ पहुंचा था आयुष
अध्यक्ष पद के उम्मीदवार आयुष दोपहर करीब डेढ़ बजे समर्थकों के साथ पटना वीमेंस कॉलेज के बाहर पहुंचे। बिग बॉस से मशहूर हुए मुजफ्फरपुर निवासी गायक दीपक ठाकुर भी आयुष के पक्ष में वोट मांगने आए थे। आयुष का आरोप है कि छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्याम पटेल, नीरज कुमार नंदन, कुमार सत्यम उर्फ उज्ज्वल, आकाश श्रेयांश और रितेश कुमार दर्जनों लोगों के साथ आए और उसे वापस जाने के लिए कहने लगे। जब उसने उनकी बात नहीं मानी तो वे लाठी, रॉड से पीटने लगे।
पिटाई से हो गया था बेहोश
आरोप है कि नामजद अभियुक्तों ने पिटाई करने के साथ ही गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया। पिस्टल की बट से आयुष के सिर पर वार किया गया। इससे उसका सिर फट गया और वह बेहोश हो गया। आयुष के साथ रहे दूसरे कार्यकर्ताओं को भी पीटा गया। किसी तरह वे आयुष को लेकर आयकर गोलंबर स्थित गार्डिनर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका उपचार शुरू हुआ। सूचना मिलने पर उसके पिता डॉ. विपिन कुमार भी अस्पताल पहुंचे।
छोटू सिंह के आने पर उग्र हो गए छात्र
छात्र जदयू के उम्मीदवारों के समर्थन में नागरिक परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष छोटू सिंह शाम साढ़े चार बजे कोतवाली पहुंचे। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। वहां मौजूद छात्र राजद के समर्थकों से उनकी नोक-झोंक हुई। इसके बाद वे चले गए। उनके जाने के करीब डेढ़ घंटे तक छात्र राजद के समर्थकों ने कोतवाली में बवाल काटा। सिर से खून निकलने से वह प्राथमिकी में आइपीसी की धारा 307 लगाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने बात नहीं मानी। थानाध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में चोट को अगर गंभीर बताया गया तो धारा में तब्दीली की जाएगी। जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने छात्रों को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया।