- बीडीओ की कार्यशैली पर उठने लगे सवाल
पालीगंज। अनुमंडल सह प्रखंड के थाना क्षेत्र में स्थित गुरुवार को मेरा-पतौना पंचायत स्थित निरखपुर गांव के वार्ड संख्या 5 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चल रहे सात निश्चय योजना के तहत नाली निर्माण के दौरान अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों की ओर से किये जाने पर नाली जांच करने पहुंचे बीडीओ के रवैये से असंतुष्ट ग्रामीणों ने पालीगंज एसडीओ को आवेदन सौंप उचित ढंग से नाली निर्माण करवा सभी घरों को नाली से जोड़ने की गुहार लगाया। इस मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया कि पालीगंज प्रखण्ड क्षेत्र के मेरा-पतौना पंचायत स्थित निरखपुर गांव स्थित वार्ड संख्या 5 में मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजना सात निश्चय योजना के तहत नाली का निर्माण हो रही है जो वार्ड क्रियान्वयन समिति की ओर से कराई जा रही है।
लगभग 20 घरों का नाली मुख्य नाली से नही जोड़ा
उस समिति का अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य राजमणि देवी ने मनमाने तरीके से नाली का लेबल ऊंचा कर बनवाने लगी। जिससे कई घरों की नाली का पानी नही निकलने की आशंका देख स्थानीय बीडीओ चिरंजीवी पांडेय से किया। शिकायत पाकर उसी पंचायत के एक दूसरे वार्ड सदस्य को बीडीओ ने जांच करने के लिये भेजे। जिसके द्वारा अनियमितता की मौखिक रिपोर्ट के आधार पर मौखिक रूप से ही रोक लगाए। लेकिन वार्ड सदस्य उनकी बात की बात नही मानते हुए नाली का लेबल ऊंचा कर बना दिया। साथ ही लगभग 20 घरों का नाली मुख्य नाली से नही जोड़ा। जिसकी ग्रामीणों की ओर से किये गए लिखित शिकायत के बाद बीडीओ ने पंचायत तकनीकी अभियंता अंकित कुमार से जांच कराये।
जांच रिपोर्ट पाने के बाद बीडीओ ने 20 अगस्त को एक पत्र जारी कर सभी घरों को नाली से जोड़ते हुए उचित पानी निकासी का प्रबंध कर सूचित करने का आदेश वार्ड क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष व सचिव को दिये थे। उस पत्र में उचित कार्य नही करने के स्थिति में तकनीकी अभियंता को नाली मापी पर रोक लगाते हुए वार्ड सदस्य व सचिव के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाई करने की आदेश दिए थे।
मजबूर ग्रामीण 2 सितम्बर को बीडीओ चिरंजीवी पांडेय से मिला
उसके एक पखवाड़े बीतने के बाद भी वार्ड सदस्य व सचिव चुप्पी साधे बैठा रहा। इसके बाद मजबूर ग्रामीण 2 सितम्बर को बीडीओ चिरंजीवी पांडेय से मिला। जिसके बाद 3 सितम्बर को बीडीओ ने उस पंचायत के मुखियापति विजय यादव को अपनी साथ गाड़ी में बैठाकरजांच स्थल पर पहुंचे। जो मुखियापति पूर्व से ही पीड़ितों के विपक्ष थे। कार्य स्थल पर गलत तरीके से बनाये गए नाली को सुधार करवाने के बजाए छूटे घरों के पानी निकास का दूसरा विकल्प ढूंढने लगे।
जब कोई विकल्प नही मिला तो वे कार्य स्थल से लौट आये। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि गलत तरीके से बनाये गए नाली को सुधार नही करवाना बीडीओ की गलत मानसिकता का बोध कराती है। जिससे असंतुष्ट पीड़ित ग्रामीणों ने सारी स्थिति से अवगत कराते हुए गुरुवार को पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार को आवेदन सौंप सभी घरों को नाली जोड़ने तथा नाली लेबल निचा कर समुचित नाली निर्माण करवाने की गुहार लगाया।