कोरोना संकट के कारण 10वीं के छात्रों को बोर्ड इग्जैम रिजल्ट के लिए काफी इंतज़ार करना पड़ा। लॉकडाउन-3 के बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर बुधवार से मैट्रिक परीक्षा की बची हुई कॉपियों की जांच शुरू हो गयी। कॉपी जांच शुरु हो के साथ ही 10वीं के छात्रों का बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का लंबा इंतज़ार भी जल्द ही खत्म हो जाएगा। हालांकि, कॉपियों के मूल्यांकन का काम 10 मई तक चलेगा। यह उम्मीद जतायी जा रही है कि इस माह के अंत तक बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा।
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बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा है कि बुधवार से राज्य के सभी मूल्यांकन केंद्रों पर मैट्रिक की कॉपियों की जांच शुरू कर दी गयी है। कॉपियों की जांच का काम 10 मई तक चलेगा। इस दौरान कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुये जारी की गई गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। कॉपी जांच करने वाले शिक्षकों का सैनिटाइज करने के बाद स्कूल में प्रवेश मिल रही है। साथ ही स्कूल के अंदर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गयी है।
कॉपी जांच करने वाले शिक्षकों को जिलाधिकारी ने जारी किया पास
दरअसल, बिहार बोर्ड ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया था कि कॉपी जांच करने वाले शिक्षकों को जिलाधिकारी पास सुनिश्चित किया जाए, जिससे कि लॉकडाउन में वे घर से केंद्र पर जाकर कॉपियों की जांच कर सकें। शिक्षक अपने वाहन से मूल्यांकन केंद्रों पर जा रहे हैं।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर मूल्यांकन केंद्रों के निदेशक बुधवार को सैनिटाइजर व अन्य सुरक्षात्मक उपाय किये। राजधानी के शास्त्रीनगर बालक हाईस्कूल के प्राचार्य श्रीकांत शर्मा का कहना है कि यहां पर अधिकांश कॉपियों की जांच हो गई है, लेकिन उनका अंक अभी अपलोड नहीं हो पाया है।
नियोजित शिक्षकों की हड़ताल हुयी खत्म
ईधर, बिहार में नियोजित व माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल समाप्त हो गई है, जिसके बाद बिहार बोर्ड ने राहत की सांस ली है। सीएम नीतीश कुमार के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ की वार्ता हुई जिसके बाद शिक्षकों ने हड़ताल को वापस लेने की घोषणा की। जिसके बाद अब मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन का कार्य तेजी के साथ शुरु हुआ।