अभयार्थियों के लगातार विरोध के बीच दारोगा मेंस परीक्षा को लेकर बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने कार्यक्रम घोषित कर दिया है. मुख्य परीक्षा में 15458 महिलाएं और 34614 पुरुष शामिल होंगे. विदित हो कि बीपीएससी बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा 2446 पदों पर दारोगा की नियुक्ति की जाने वाली है. मुख्य परीक्षा के बारे में बताया गया है कि यह दो पॉलियों में आयोजित की जाएगी.पहली पाली में हिंदी और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन की परीक्षा होगी. मुख्य परीभा 24 अप्रैल को ली जाएगी.
बता दें कि दारोगा भर्ती की पीटी परीक्षा गत वर्ष 24 दिसम्बर को ली गयी थी. यह परीक्षा 2 शिफ्ट में हुई थी. हालांकि, इस परीक्षा के बाद प्रश्नपत्र लीक की न सिर्फ खबरें आयी बल्कि अगले ही दिन से दोनों शिफ्ट के प्रश्नपत्र ऑन्सर-की के साथ यूट्यूब पर उपलब्ध हो गए. डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध प्रश्नपत्र इस बात की पुष्टि करता है कि प्रश्नपत्र लीक हुए थे. यह देख अभयर्थियों ने विरोध प्रदर्शन कर पहले तो परीक्षा के बहिष्कार की मांग की. जब उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वे 22 दिसम्बर को हुए दारोगा भर्ती के प्रथम परीक्षा के सीबीआई जांच की मांग की.
सरकार के तानाशाह रवैये
गौरतलब है कि छात्रों ने अपना शांतिपूर्ण र्विरोध प्रदर्शन कभी राजधानी पटना के गांधी मैदान तो कभी डाक बांग्ला चौराहा पर जाहिर किया. हालांकि, हर बार अभयार्थियों को न सिर्फ नाकामी मिली, बल्कि राज्य सरकार और पुलिस के तानाशाही रवैया को भी झेलना पड़ा. जहां राज्य सरकार के कानों में उनके विरोध से जू तक नहीं रेंगा, वहीं पुलिस ने उनके साथ काफी बर्बरतापूर्ण व्यव्हार किया. दारोगा मेंस परीक्षा के तिथि की घोषणा से इतना तो स्पष्ट हो गया है कि छात्रों का सड़कों पर उतरना नीतीश सरकार को बेमानी लगी, और शायद इसलिए राज्य सरकार ने छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन और उनकी सीबीआई जांच की मांग को सिरे से खारिज करते हुए धता बता दिया.
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