सेंट्रल रेंज के प्रथम आईजी के रूप में पदस्थापित संजय सिंह ने सशक्त पुलिसिंग के लिए कई दिशा निर्देश जारी किया हैं। आईजी ने रेंज के दोनों जिले पटना और राजगीर में एक नई पहल के तौर पर “रोको-टोको” अभियान शुरू किया हैं। यह अभियान पुलिस अधीक्षक एवं उपाधीक्षक के नेतृत्व में चलाया जाएगा। रोको-टोको, अभियान के दौरान पुलिस किसी भी संदिग्ध वाहनों को रोकेंगी और उनसे सम्मान पूर्वक बात कर जानकारी प्राप्त करेगी। गलत पाएं जाने पर कार्रवाई होगी एवं कोई व्यक्ति सहयोग की अपेक्षा रखेगी तो उसे कानूनन मदद किया जाएगा।
उक्त रोको-टोको अभियान सभी की सुरक्षा -व्यवस्था को लेकर शुरू किया गया हैं। कई मामले में ऐसा देखा गया हैं की वाहनों के अंदर संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े लोग रहते हैं और घटना को अंजाम देने के लिए जा-आ रहे हैं, या फिर वाहन के अंदर आपत्तिजनक सामान रखें हैं ,तस्करी कर रहे हैं। रोको-टोको अभियान का मुख्य उद्देश्य निगरानी हैं। आईजी के जारी दिशा – निर्देशों पर ग़ौर करें तो यह अपराधियों के लिए चक्रव्यूह साबित होगा।
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डियूटी के दौरान मोबाइल पर प्रतिबंध
अक्सर ऐसी शिकायतें मिलती है की गस्ती पर तैनात पुलिसकर्मी मोबाइल पर व्यस्त हैं और अपराधी मोटरसाइकिल से या वाहन से निकल जाते हैं, बदमाश लड़के किसी से बदतमीजी कर निकल जाते हैं। वायरलेश पर सूचनाएं मिल रही है और मोबाइल पर व्यस्त रहने के कारण सही निगरानी नही हो पाती हैं। लापरवाही के कारण घटनाएं हो जाती हैं या फिर मिलने वाली कामयाबी रह जाती हैं। आईजी संजय सिंह ने बताया की गस्ती और चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी डियूटी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अगर लापरवाही करते बरते गये तो दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।
शहर के प्रवेश मार्ग पर बैरियर
किसी घटना, दुर्घटना होने पर वाहनों को तेज गति से भागने का प्रयास करता हैं। वाहनों के द्वारा आपत्तिजनक सामानों को अंदर लाने का प्रयास किया जाता हैं। इसको लेकर रेंज के जिला स्थित शहरों के प्रवेश मार्ग पर बैरियर लगाने का निर्देश दिया हैं। जैसे ही कोई घटना की सूचना मिलेगी, बैरियर पर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी जाएगी। ताकि अपराधी को सफलता नहीं मिले और पुलिस उनको समय रहते दबोच लिया जाए।
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वाहन चेकिंग में रहेंगे पुलिस पदाधिकारी
ऐसी कई शिकायतें और जांच में पाया जाता रहा हैं की वाहनों के चेकिंग सिपाही या हवलदार कर रहे हैं और पकड़कर छोड़ देते हैं। आम जनों से बात विवाद भी होती है। इसको लेकर रेंज के एसएसपी /एसपी को निर्देश दिया गया हैं की वाहनों की चेकिंग के समय एक पुलिस पदाधिकारी अवश्य रूप से रहेंगे। किसी भी स्थिति में वाहनों की चेकिंग सिपाही और हवलदार के भरोसा नहीं छोड़ा जाएगा। आईजी संजय सिंह ने हर हाल में इसका अनुपालन का निर्देश जारी किया हैं।
नो हेलमेट-नो पेट्रोल हो लागू
आईजी संजय सिंह ने जिले के एसएसपी /एसपी को सुझाव दिया हैं की बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चला रहे लोगों के लिए पेट्रोल न देने की निर्देश जारी किया जाए। इससे दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती हैं । पुलिस चेकिंग के दौरान दंड तो वसूली करती है। फिर भी नियंत्रण समान तौर पर नहीं देखा जाता हैं, क्योंकि अधिक कॉलेज एवं स्कूल के छात्र होते हैं।
इसे प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारी से पहल करें की ऐसी व्यवस्था लागू किया जाएं की जो व्यक्ति हेलमेट नहीं लगाएंगे उनको पेट्रोल नहीं दिया जाए। पेट्रोल -पंप वाले कर्मचारी भी मोटरसाइकिल सवार लोगों को हेलमेट पहनने का अपील करें। इससे दुर्घटना होने पर नुकसान नहीं के समान होगी, और आम लोगो के भविष्य के लिए बेहतर साबित होगी।