पटना। राजद ने केन्द्र सरकार की ओर से पारित कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए शुक्रवार को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। पटना में यह प्रदर्शन राजद प्रदेश कार्यालय से शुरू होगर आयकर गोलम्बर, डाकबंगला चैराहा होते हुए जिला मुख्यालय में समाप्त होगा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार लगातार गरीब और किसान विरोधी फैसले ले रही है।
कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण, ठेका प्रथा और कॉर्पोरेटीकरण करने को आतुर है
संख्या बल का इतना गुमान है कि बगैर किसानों, उनके संगठनों और राज्य सरकारों से राय-मशवरा किये ही कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण, ठेका प्रथा और कॉर्पोरेटीकरण करने को आतुर है। लोकसभा में एकतरफ़ा तीन कृषि विधेयकों का पास कराना किसानों का हाथ काटने जैसा है। सबसे बड़ा खतरा यह है कि इस बिल के पास होने के बाद सरकार के हाथ में खाद्यान्न नियंत्रण नहीं रहेगा और मुनाफे के लिये जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा।
सरकार के फैसले से मंडी व्यवस्था ही खत्म हो जायेगी
तेजस्वी ने आशंका जताई कि ये विधेयक एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) प्रणाली द्वारा किसानों को प्रदान किए गए सुरक्षा कवच को कमजोर कर देगा और बड़ी कंपनियों द्वारा किसानों के शोषण की स्थिति को जन्म देगा। कहा कि सरकार के इस फैसले से मंडी व्यवस्था ही खत्म हो जायेगी। इससे किसानों को नुकसान होगा और कॉरपोरेट और बिचौलियों को फायदा होगा।