मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को उन निर्णयों की समीक्षा की जो कोराना संक्रमण से निपटने के लिए हाल में लिए गए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जितने लोगों के राशनकार्ड के आवेदन अस्वीकृत हो गए हैं या पेंडिंग में चले गए हैं, उनकी दोबारा समीक्षा करें। आवेदनों की जांच का काम तीन दिनों के अंदर पूरे कर लिए जाएं ताकि आवेदकों को शीघ्र सहायता उपलब्ध हो सके। मुख्य सचिव दीपक कुमार समीक्षा बैठक में विशेष रूप से मौजूद थे।
मु्ख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे राशनकार्ड जो स्वीकृत हैं और किसी कारणवश अभी तक निर्गत नहीं हो पाए हैं, उनकी जांच कर शीघ्र उसका निष्पादन किया जाए। छोटी-छोटी तकनीकी गड़बड़ियों को दूर कर आवेदनों का निष्पादन कर लें ताकि लाभार्थियों को कोरोना संक्रमण को ध्यान में रख राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का लाभ मिल सके।
किसानों को विशेष सहायता
मार्च महीने में असामयिक बारिश व ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान के एवज में किसानों को मिलने वाली विशेष सहायता की भी मुख्यमंत्री ने समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए 518.42 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। किसानों के खाते में सहायता की राशि शीघ्र अंतरित की जाए।
लॉकडाउन की वजह से बिहार के बाहर भी बड़ी संख्या में अप्रवासी बिहारी कामगार फंसे हुए हैं। इनके बैंक खाते में भी सरकार ने एक-एक हजार रुपये अंतरित किए जाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों में फंसे लोगों के जो आवेदन विशेष सहायता के संबंध में आए हैं उनकी तेजी से जांच करें। जांच के बाद सहायता राशि आवेदकों के खाते में अंतरित की जाए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं। सरकार हर स्तर पर सहायता के लिए पूरी तरह तत्पर है। संकट की इस घड़ी में हम सभी के साथ हैं। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें और अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलें।
Nahi aya hai rupya
3 din ke badle 8 din me bhi nahi huwa nitish ji ke aadesh ka palan ration card vitran
Nahi aya hai rupya
Main Bhi aavedan Kiya Tha AMDA Bihar mein paise abhi tak Kyon Nahin Aaya