पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि एनडीए बंपर संख्या से अपनी सरकार बनाएगी। महागठबंधन की सीटों की संख्या में काफी कमी आएगी। विकास का मुद्दा चुनाव में मुख्य रहेगा। हम चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। बतादें कि बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया।
बिहार में तीन चरणों में मतदान होगा
चुनाव आयोग शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बिहार में तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को, दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा। पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में एक 30 हजार बूथों पर वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 42 हजार बूथों पर वोट डाले जाएंगे। तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में 33 हजार 500 बूथों पर वोट डाले जायेंगे।
बिहार में एनडीए और महागठबंधन दोनों की गांठ कमजोर होती दिख रही
वहीं दूसरी ओर बिहार में एनडीए और महागठबंधन दोनों की गांठ कमजोर होती दिख रही है। एनडीए में जहां लोजपा तो महागठबंधन में रालोसपा के तेवर ढीले होते नहीं दिख रहे हैं। लोजपा जहां सीधे सरकार को चुनौती दे रही है तो रालोसपा गुरुवार को दो टूक कह दिया कि सीएम नीतीश कुमार के सामने राजद जिस नेतृत्व (तेजस्वी) को सामने ला रहा है, उस मुकाबले में महागठबंधन कहीं नहीं टिकेगा।
जल्द ही दोनों दल अपने-अपने गठबंधन से अलग होने का औपचारिक ऐलान कर दें
लोजपा और रालोसपा के इस तेवर से यह अर्थ निकाला जा रहा है कि जल्द ही दोनों दल अपने-अपने गठबंधन से अलग होने का औपचारिक ऐलान कर दें। लोजपा ने कहा कि बिहार की जनता 15 साल बनाम 15 साल के सरकारों को देख चुकी है। इस बार वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में जनता एक बेहतर विकल्प ढूंढ़ रही है।
लोजपा के प्रदेश प्रधान महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी ने कहा कि बिहार की जनता अब ऐसे व्यक्ति को अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है जो एक पुत्र और सेवक की तरह उनकी सेवा कर सके। दिन-रात राज्य की भलाई के लिए समर्पित हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सबसे बेहतर विकल्प हैं, जिनके पास राज्य को विकसित बनाने का पूरा रोडमैप है।