कोविड-19 जैसी विश्वव्यापी संकट के बीच भी रांची रिम्स में इलाजरत आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की चिंता अब उनके घर वालों को सताने लगी है। अपने पिता को घर से दूर होने की बात को लेकर गत मंगलवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी चिंता जताई है। विदित हो कि रांची रिम्स में लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद का एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस खबर के बाद से वहां हड़कंप मचा हुआ है। इलाज कर रहे डॉक्टर क्वारंटाइन में चले गए हैं, और पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले अन्य सभी लोगों को खोजबीन जारी है।
It’s really worrisome to know about the doctors treating my dad may hv got infected to #COVID. I join 12 crore Biharis to echo their concerns. At 72 with multiple life threatening chronic diseases, He is most vulnerable to #Corona & hence shd be taken care with utmost precaution. https://t.co/1z0tBc6upB
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 28, 2020
बता दें कि इसी सिलसिले में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बारे में कोरोना को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि मुझे अपने पिता लालू प्रसाद यादव की फिक्र हो रही है। तेजस्वी ने बीते मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि कोरोना जैसी महामारी के मामले में मेरे पिता सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि 72 साल की उम्र में उन्हें पहले से ही कई तरह की गंभीर बीमारियां हैं। ऐसे में लालू जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना और उन्हें क्वारंटाइन करने संबंधित ख़बरों के बारे में जानना वास्तव में तनावपूर्ण और चिंताजनक है।
तेजस्वी ने डॉक्टरों से सुरक्षा और सावधानी बरतने का किया गुजारिश
ईधर, तेजस्वी का कहना है कि लालू प्रसाद यादव के लिए बिहार-झारखंड के 16 करोड़ चिंतित हैं। मुझे भी चिंता हो रही है कि किडनी, हॉर्ट एवं शुगर जैसी अनेक गंभीर बीमारियों से जूझते हुए राजद प्रमुख को कोरोना जैसी संक्रमित महामारी से खतरा है। तेजस्वी ने लालू प्रसाद के इलाज में जुटे डॉक्टरों से अत्यधिक सुरक्षा और सावधानी रखने का आग्र्रह किया और कहा कि जिसके पास परिवार है, वही ऐसे दर्द और तनाव को महसूस कर सकता है, जिससे हम गुजर रहे हैं।
गौरतलब है कि चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव पहले ही 13 गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। वे क्रॉनिक किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। लालू प्रसाद के शुगर में भी बराबर उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में राजद सुप्रीमो की ओर से कोरोना संक्रमण का खतरा बताते हुए पहले ही पैरोल की मांग की गई थी। रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार के काराधीक्षक और जेल महानिरीक्षक ने भी लालू को कोरोना का खतरा बताते हुए रिम्स के पेइंग वार्ड से अलग शिफ्ट करने पर गृह विभाग को चिट्ठी लिखी थी।