बिहार पुलिस ने 345 ऐसे लोगों को कोरोना जांच में सहयोग की सख्त चेतावनी दी है, जो तब्लीगी मरकज के जमात से लौटकर बिहार आए। देशभर में जमात के लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों के बाद बिहार पुलिस की खुफिया शाखा को ऐसे 4597 लोगों की लिस्ट मिली थी, जिनके मोबाइल फोन की लोकेशन एक तय समय में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मुख्यालय के आसपास मिली थी।
उनकी जांच के बाद 345 लोगों की लिस्ट बनाई गई। इनमें सर्वाधिक मधुबनी और अररिया जिले के हैं। बिहार पुलिस ऐसे सभी लोगों को खोज-खोजकर क्वारंटाइन कर रही। पुलिस कहना है कि ऐसे लोगों को डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कुछ लोग अगर सहयोग नहीं करते, तो कड़ाई बरती जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
- पुलिस ने पड़ताल के बाद पता लगाया 345 लोगों का, अधिसंख्य लोग जांच और क्वारंटाइन पर हुए राजी
- बाद में खुफिया विभाग ने उपलब्ध कराई 4597 ऐसे लोगों की लिस्ट जिनके फोन नंबर निजामुद्दीन में थे सक्रिय
- पुरानी सूची के अधिकतर लोग निजामुद्दीन इलाके में विभिन्न कारणों से आए-गए थे, इनमें हिन्दू भी
बिहार पुलिस की खुफिया विभाग ने तैयार की सूची
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार तब्लीगी मरकज में शामिल 86 बिहारी, 57 विदेशी जमाती, कटिहार के 07 जमाती और दो दूसरे प्रदेश के जमातियों के अलावा 345 लोगों की यह अलग सूची है, जिसे खुफिया विभाग की मोबाइल टावर लिस्ट के आधार पर बनाया गया है। पहली सूची गृह मंत्रलय ने भेजी थी।
दूसरी सूची खुफिया विभाग की 4597 की लिस्ट के आधार पर जांच-पड़ताल के आधार पर बनाई गई है। इनमें से नौ फीसद से कम लोग तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लौटने वाले निकले हैं। बाकी चार हजार से ज्यादा लोग दिल्ली स्थित निजामुद्दीन स्थित मरकज वाले इलाके में विभिन्न कारणों से आए-गए थे। इनमें हिन्दुओं की संख्या ज्यादा है। पुलिस मुख्यालय के उच्चाधिकारी ने बताया कि शनिवार को जिले की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
पुलिस-डॉक्टर से अशोभनीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं : डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सभी एसएसपी-एसपी से दो टूक कहा है कि कोरोना जांच के लिए प्रेरित करने वाले पुलिस या डॉक्टर की टीम के साथ अशोभनीय व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं करें। समाज में अराजकता पैदा करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आए। वहीं, जरूरतमंदों की मदद में भी पुलिस कहीं पीछे नहीं रहे।
जमात में गए तीन लोग खुद जांच को आए सामने
इमारत-ए-शरिया बिहार-झारखंड ओडिशा और बंगाल के अमीर-ए-शरीयत मौलाना वली रहमानी की अपील पर शुक्रवार को जमात में शामिल होने वाले तीन लोग कोरोना संक्रमण की जांच को सामने आए हैं। उन्होंने फुलवारीशरीफ थाने में इसके लिए आवेदन दिया है। सभी की जांच शनिवार को कराई जाएगी। अमीर-ए-शरीयत ने कहा कि जमात में गए जिन लोगों को कोरोना का संदेह है, वह अवश्य जांच कराए। क्योंकि यह बीमारी एक से दूसरे तक तेजी से पहुंचती है। थानाध्यक्ष रफीकुर्रहमान ने बताया आवेदन में एक हारून नगर, दूसरा मुनीर कॉलोनी व तीसरा मिल्लत कॉलोनी का है।