बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के रूपनचक गांव में रविवार शाम हुए ट्रिपल मर्डर केस में कुचायकोट के अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, उनका भतीजा औऱ जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय, भाई कुख्यात सतीश पांडेय औऱ एक अज्ञात के खिलाफ हथुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। विदित हो कि प्राथमिकी फायरिंग में जख्मी जेपी यादव के बयान पर यह एफआइआर दर्ज की गई है। बता दें कि केस दर्ज होने के बाद DIG विजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सोमवार की दोपहर विधायक के नयागांव तुलसिया स्थित आवास पर छापेमारी कर जिप अध्यक्ष मुकेश पांडेय व उसके पिता सतीश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। देर शाम पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। पेशी के बाद दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में मंडल कारा, चनावे भेज दिया गया।
पोस्टमार्टम के बाद शव भेजा गया पैतृक गांव
इसके पूर्व पोस्टमार्टम के बाद पिता, पुत्र व मां के शव गांव में पहुंचते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। वे तीनों शवों को हथुआ थाना के समीप रख कर प्रदर्शन करने पर उतारू थे, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। इससे ग्रामीण उग्र हो गए। इस दौरान पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। बाद में स्थानीय लोगों के बीच-बचाव से आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए।
विदित हो कि रविवार की देर शाम रूपनचक में माले से जुड़े जेपी यादव, उनके पिता महेश चौधरी, मां संकेसिया देवी व भाई शांतनु यादव के ऊपर बाइक सवार 4 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फार्यंरग की थी। महेश व उनकी पत्नी की मौत वहीं पर हो गई जबकि जेपी यादव व शांतनु गंभीर रूप से जख्मी हो गए। गोरखपुर में इलाज के दौरान शांतनु की भी मौत हो गई। घायल जेपी यादव का इलाज पटना में चल रहा है। इस ट्रिपल मर्डर केस में एसपी मनोज कुमार तिवारी का कहना है कि जदयू विधायक अमरेन्द्र पांडेय के भाई सतीश पांडेय व भतीजे जिप अध्यक्ष मुकेश पांडेय को गिरफ्तार किया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
एक बार फिर तेजस्वी ने सीएम को किया कठघरे में खड़ा
उल्लेखनीय है कि इस मर्डर केस को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने फिर एक बार सीएम नीतीश कुमार और यहां की विधि व्यव्स्था को कटघरे में खड़ा किया है। तेजस्वी ने लिखा है-
आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी,
फिर एक बार आपके आतंकी MLA की बर्बरता से एक ही परिवार की 3 अर्थियाँ एक साथ उठी है। एकमात्र बचे घायल गवाह ने आपके MLA को नामित किया है। विनम्रता से कह रहे है अगर 3 दिन में इस आतंकी को गिरफ़्तार नहीं किया गया तो आप समझियेगा। गृहमंत्री आप है। पुलिस उसे बचा रही है।
जाँच के नाम पर लीपापोती न कराएं
गौरतलब है कि आगे तेजस्वी ने लिखा कि नीतीश जी जाँच के नाम पर लीपापोती मत करवाइए और जनता की अदालत में ना ही लीपापोती का यह खेल अब और चलेगा। नागरिकों की जान इतनी सस्ती नहीं कि जब मर्ज़ी आपके विधायक उन्हें सपरिवार मौत के घाट उतार दें। क्या आपने कभी समीक्षा की है लॉकडाउन में क़ानून व्यवस्था की क्या दुर्गति हुई है? हम आपके बाहुबली विधायकों को आतंक नहीं फैलाने देंगे। जल्द से जल्द 3 दिन के अंदर विधायक को अरेस्ट करवाइए”
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