पटना: बिहार में ओमिक्रोन कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक की आशंका बढ़ गयी है। देश में रविवार को 17 नए केस मिलने के बाद राजधानी पटना में विदेश से आए लोगों की जांच के क्रम में एक परिवार के चार लोगों में दो की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। हालांकि इनमे ओमीक्रोन की अभी पुष्टि नहीं हुई है। नेहरू नगर निवासी यह परिवार दस दिन पूर्व पारिवारिक आयोजनों में शामिल होकर दुबई से आया है। सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि पति-पत्नी की रिपोर्ट पाजिटिव है, लेकिन दोनों बच्चे निगेटिव है।
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले अचानक तेजी से बढ़ने लगे हैं। रविवार को इस वैरिएंट के कुल 17 मामले पाए गए। इनमें राजस्थान के जयपुर में नौ, महाराष्ट्र के पुणे में सात और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक केस शामिल है। देश भर में ओमिक्रोन वैरिएंट के अब तक कुल 21 मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रोन से संक्रमित होने वाले सभी लोग अफ्रीकी देशों से लौटे हैं या उनके संपर्क में आए हैं। नया वैरिएंट पांच राज्यों में फैल चुका है।
बिहार में ओमीक्रोन की आहट
दुबई से एक दंपती दस दिन पूर्व दो बच्चों के साथ पटना के नेहरू नगर निवासी घर आया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम उसी समय से उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रही थी। उनकी मुंबई एयरपोर्ट पर भी आरटी-पीसीआर जांच नहीं हुई थी। दो दिन पूर्व उनका नमूना जांच को भेजा गया। इसमें पति-पत्नी की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर सोमवार उनके सीधे संपर्क में आए सात अन्य लोगों का नमूना लेकर जांच को भेजा गया।
गत दस दिनों में दोनों संक्रमित कितने लोगों की चपेट में आए हैं, यह सोच कर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम परेशान है। हालांकि, अभी सीधे संपर्क में आने वाले बिना लक्षण वाले सात लोगों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। यदि उनमें कुछ संक्रमित मिलते हैं अन्य लोगों की तलाश कर जांच की जाएगी। यदि दुबई से लौटे परिवार में नए वैरिएंट ओमिक्रोन की पुष्टि होती है तो बिहार में ओमिक्रोन वैरिएंट की आशंका और विकट हो जाएंगे।
पटना में ओमीक्रोन जांच के लिए नई गाइडलाइन
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की ओर से सभी घरेलू विमान यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन लागू कर दी गई है। अब पटना एयरपोर्ट समेत सभी हवाई अड्डों पर सभी यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा।
बिहार में ओमिक्रोन वैरिएंट की रोकथाम के लिए रविवार से पटना एयरपोर्ट पर विदेश से आए लोगों की आरटी-पीसीआर जांच कराई जा रही है। पहले दिन आरटी-पीसीआर जांच के लिए 21 लोगों के नमूने लेकर लैब भेजे गए हैं। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रवासी बिहारी और विदेश से आने वाले हर यात्री की आरटी-पीसीआर जांच पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर कराने के आदेश दिए थे। इससे पहले पांच प्रतिशत लोगों की रैंडमली आरटी-पीसीआर और अन्य की रैपिड एंटीजन किट से जांच हो रही थी।
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बिहार लौटे लोगों में से 50 प्रतिशत की जांच नहीं
केंद्र ने 17 नवंबर के बाद विदेश से पटना आए 570 लोगों की सूची स्वास्थ्य विभाग को सौंपी है। इनमें से 50 प्रतिशत लोगों की अब तक जांच नहीं हो सकी है। यही नहीं 20 प्रतिशत लोगों से अबतक संपर्क नहीं हो सका है। नेहरू नगर निवासी परिवार भी इसी श्रेणी में था। अब जब उनमें से दो की रिपोर्ट पाजिटिव आने से उनके साथ उनके स्वजन पर भी खतरा बढ़ गया है। मेडिकल टीम ने विदेश से आए अन्य लोगों की तलाश तेज कर दी है।
बिहार में ओमिक्रोन वैरिएंट के आशंकित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सघन कोरोना जांच का निर्देश दिया है। बावजूद इसके दोनों जगह जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। रेलवे स्टेशनों पर तो जितनी ट्रेनें आ रही हैं, जांच की संख्या उससे भी कम हैं। पटना और दानापुर जंक्शन से औसतन 311 सुपरफास्ट, मेल व पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं। इसके विपरीत, पटना जंक्शन पर औसतन 325 और दानापुर में 200 यात्रियों की जांच की जा रही है।
पाटलिपुत्र स्टेशन की स्थिति सबसे खराब
सबसे खराब स्थिति पाटलिपुत्र स्टेशन की है, यहां से करीब 60 ट्रेनें गुजरती है, लेकिन औसतन दो से तीन यात्रियों की ही जांच की जाती है। वहीं, एयरपोर्ट से हर दिन औसतन दस हजार यात्री सफर करते हैं, लेकिन यहां औसतन 140 लोगों की जांच की जा रही है।
सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि पति-पत्नी की रिपोर्ट पाजिटिव आई है लेकिन उनके साथ रहे दोनों बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव है। ऐसे में उनके सीधे संपर्क में आए सात लोगों समेत पूरे परिवार के नमूने दोबारा आरटी-पीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं। यदि दोबारा भी दोनों बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें सुरक्षित माना जाएगा। देर रात तक सभी की रिपोर्ट आने की बात कही जा रही है। इसके बाद इन लोगों की कांटैक्ट हिस्ट्री तलाश कर जांच कराई जाएगी। दुबई से आए परिवार के लोगों के नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।