नयी दिल्ली। आरबीआई की तरफ बैंकिंग क्षेत्र में हो रहे साइबर क्राइम की शिकायतों के बारे में भी पूछा गया। इस बारे में जवाब देते हुए बताया गया कि 1 जुलाई 2019 से 30 जून 2020 के दौरान अनाधिकृत इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की 19,652 शिकायतें मिली। इन शिकायतों से जुड़े देश भर के बड़े जिलों की सूची भी दी गई। कुल शिकायतों में नयी दिल्ली पहले नंबर पर, पटना दूसरे, शहरी बंगलुरू तीसरे, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र चौथे और गौतमबुद्ध नगर पांचवे नंबर है। इस पर बैंकों का कहना है कि वह ग्राहकों की शिकायतों को समयबद्ध तरीके से हल करने का काम करते हैं। रिजर्व बैंक की तरफ से जो भी मामले बैंकों के पास भेजे जाते हैं उनको भी तुरंत निपटाया जाता है।
देश भर के टॉप टेन बड़े जिलों में फर्जी लेन देन की शिकायतें
नयी दिल्ली 496, पटना 392, शहरी बंगलुरू 392, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र 321, गौतमबुद्ध नगर 313, गुरुग्राम 311, पुणे 308, थाणे 302, मुंबई 301,
एक साल में चार लाख शिकायतें
भारतीय रिजर्व बैंक के पास ग्राहकों ने बैंकों के खिलाफ साइबर क्राइम के पिछले एक साल में करीब 4 लाख शिकायतें दर्ज कराई। ये शिकायतें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड से लेकर बिना जानकारी शुल्क लगाने समेत खराब बैंकिंग सेवाओं से जुड़ी 20 से ज्यादा श्रेणी में की गई। आरटीआई में यह भी बताया गया कि मार्च से जून के दौरान रिजर्व बैंक के निर्देशों के उल्लंघन के भी हजारों मामले देखे गए। साथ ही गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों ने बैंकों की तुलना में ग्राहकों को ज्यादा ठगा।
मुद्रा लोन नहीं दे रहे बैंक तो करें शिकायत
देशभर में मार्च से जून 2020 के बीच अप्रैल को छोड़ दें तो हर महीने 30 हजार से ज्यादा शिकायतें मिली। अप्रैल में ये आंकड़ा साढ़े अट्ठाइस हजार शिकायतों का था। इस दौरान कुल 12,0542 शिकायतें दर्ज कराई गई। आरटीआई में आरबीआई ने ये भी बताया कि शिकायतों में सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों के बैंक शामिल हैं। इसमें 92,231 शिकायतों के साथ भारतीय स्टेट बैंक सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर निजी क्षेत्र का बैंक एचडीएफसी है। इसके खिलाफ ग्राहकों ने 29,276 शिकायतें की।
हर महीने 30 हजार से ज्यादा शिकायतें
एसबीआई 92,231, एचडीएफसी 29276, आईसीआईसीआई 23245, एक्सिस बैंक 18532, पीएनबी 18120, बैंक ऑफ बड़ौदा 12524, बैंक ऑफ इंडिया 10,399, कोटक महिंद्रा 9208, केनरा बैंक 8043, यूनियन बैंक 7983 शामिल हैं।