बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। इसके लिए लोगों की लापरवाही सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है। जिसके कारण केन्द्र सरकार के दिशा निर्देशों पर राज्य में लॉकडाउन लागू कर किया गया है। कई जिले में तो ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसका कोई भी यात्रा वृतांत नहीं मिल रहा है। जिसके बावजूद भी उन लोगों में कोरोना का लक्षण पाया जा रहा है। जिसके कारण राज्य में संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रहा है। विभाग के आंकड़ों की अगर माने तो पिछले आठ दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो गई है।
केन्द्र सरकार ने संक्रमण की स्थिति के समीक्षा के लिए भेजी है टीम
विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो चुकी है। जहां पिछले सप्ताह के मुकाबले इस सप्ताह दोगुने से ज्यादा मरीज पाए गए हैं। राज्य में पटना का हाल तो और बुरा होते जा रहा है। पटना में 10 जुलाई के बाद से ही औसतन रोजाना 300 से अधिक मरीज पाए जा रहे हैं। वहां ऐसे लोग काफी बड़े संख्या में पाए जा रहे हैं जिनका कोई यात्रा वृतांत नहीं हैं।
बिहार में कोरोना संक्रमण का विस्फोट, एक दिन में मिले रिकॉर्ड 1742 मामले
राज्य में तेजी से बढ़ती संख्या के कारण केन्द्र सरकार ने भी तैयारी शुरु कर दी है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय दल बिहार आ रहा है। जो कि बिहार में कोरोना से पैदा हो रहे हालातों की समीक्षा करेगा। इस दल में कई अन्य वरिष्ठ डॉक्टर भी शामिल रहेंगे। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. एस के सिंह भी शामिल हैं।
इसको लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे ने बताया कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। केन्द्र और राज्य सरकार मिल कर रोकथाम का हर संभव प्रयास करने में लगी है। यहां के सभी वरिष्ट अधिकारी मंत्रालय के संपर्क में हैं, जो कि हर घंटे स्थिति की जानकारी मंत्रालय को दे रहे हैं। स्थिति की समीक्षा के लिए पहले एक टीम बिहार आ चुकी है, वहीं एक और टीम का गठन कर दिया गया है जो कि रविवार को बिहार आएगी।