आज 3 सितम्बर को पटना में ऑटो व इ-रिक्शा वाले हड़ताल पर हैं। सुबह 6 बजे से शाम के 5 बजे तक शहर में ऑटो नहीं चलने का निर्णय हुआ है। हालांकि नगर बस सेवा और सिटीराइड बसें हड़ताल में शामिल नहीं होने की वजह से लोगों को थोड़ी राहत रहने की उम्मीद है। हड़ताल का प्रमुख कारण है जिला प्रशासन द्वारा टाटा पार्क ऑटो स्टैंड की जमीन अधिगृहित करना। ऑटो चालकों द्वारा उसे वापस लेने की मांग की जा रही है।
रोड ट्रांसपोर्ट वर्कस फेडरेशन के महासचिव राजकुमार झा ने बताया कि बोरिंग रोड, बेली रोड, नाला रोड, चितकोहरा, राजेंद्रनगर, बहादुरपुर, कंकड़बाग आदि से पटना जंक्शन आने जाने वाले ऑटो चालकों और इ-रिक्शा ने हड़ताल को एक स्वर में सम्पूर्ण समर्थन दिया है। गांधी मैदान से पटना जंक्शन और अशोक राजपथ में एनआइटी तक चलनेवाले ऑटो रिक्शा चालकों ने भी हड़ताल को व्यापक समर्थन दिया है। सरकार द्वारा संचालित प्रदूषण और फिटनेस अभियान के अंतर्गत बड़ी संख्या में वाहनों के कागजात जब्त किये जाने के वजह से भी चालकों में आक्रोश है।
पटना यातायात व्यवस्था में अहम बदलाव
नयी परिवहन नीति 2019 का विरोध
बंद को सफल बनाने के लिए सोमवार को गायघाट में पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ व पटना जिला मजदूर यूनियन की बैठक अध्यक्ष चुन्नू सिंह की अध्यक्षता में हुई। ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन की बिहार इकाई ने नयी परिवहन नीति 2019 के विरोध में ऑटो हड़ताल को पूरा समर्थन दिया है। उसके द्वारा पटना में अतिक्रमण के नाम पर ऑटो चालकों के प्रति की जा रही दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में सोमवार को विरोध सभा का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शन जमाल रोड से निकलकर पटना जंक्शन पहुंचा और वहां आम सभा में परिणत हो गया, जिसकी अध्यक्षता वियजधारी कुमार ने किया।
पटना में ऑटो हड़ताल: ऑटो रिक्शा चालक संघों में विभिन्न मुद्दों को लेकर आक्रोश है। स्टैंड के बाहर में खड़े ऑटो का परमिट रद किए जाने और पटना जंक्शन स्थित टाटा पार्क ऑटो स्टैंड का सरकार द्वारा जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया गया है। इसकी वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की गई है। बिना ऑटो संगठन से बात किए ऑटो परमिट रद करने को गंभीरता से लिया गया।
सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन, बिहार के महासचिव राज कुमार झा ने कहा कि यह नया कानून तुगलकी फरमान है। चुन्नु सिंह, बिजली प्रसाद, देवेंद्र तिवारी, पप्पु यादव आदि ने भी सभा को संबोधित किया। बंद में बिहार स्टेट ऑटो रिक्शा चालक संघ व अन्य संघ शामिल हैं।