कुर्था (अरवल)। राज्य में आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न पार्टियों और दलों के कार्यकर्ता अभी से चुनावी समर में अपनी-अपनी कमर कसकर कूद चुके हैं। इसी आलोक में शनिवार को अरवल जिले के कुर्था प्रखंड अंतर्गत थाना क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता सह क्षेत्र के लोगों के मसीहा रौशन शर्मा कुर्था को बचा लो मौका है अभियान के तहत कई गांव में जाकर लोगों से मिलकर कुर्था बचाने की अपील करें रहे हैं।
जनप्रतिनिधि ने आज तक किसानों के लिए एक बार भी आवाज उठाने की कोशिश नहीं की
उन्होंने कुर्था विधानसभा की समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराते हुए यह बताने की कोशिश कर रहे है कि पिछले 30 वर्षों में यहां से जीते हुए जनप्रतिनिधि ने आज तक किसानों के लिए एक बार भी आवाज उठाने की कोशिश नहीं की और जहां तक सड़क, हॉस्पिटल और स्कूल की बात की जाए तो कहीं भी किसी भी तरह का कोई व्यवस्था सरकार के द्वारा नहीं किया गया।
जात-पात तथा धर्म से भटका कर अपना काम कर लेते हैं
जनता से वोट लेने के बाद 5 साल तक जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं और चुनाव से 2 महीने पहले अपना चुनावी रोटी सेकने की कोशिश करते हैं और जात-पात तथा धर्म से भटका कर अपना काम कर लेते हैं।
कुर्था विधानसभा में एक युवा चेहरा को मौका दीजिए
मौके पर रौशन शर्मा ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कुर्था विधानसभा में एक युवा चेहरा को मौका दीजिए ताकि नए जोश और नई सोच के साथ क्षेत्र की विकास की बात करें और और जनता की समस्याओं को अपना समस्या समझे।
इस दौरान उन्होंने शनिवार को खैरा,पिंजरावा, इब्राहिमपुर, बद्दोपुर, कनैया जैसे गांव में जाकर लोगों की समस्याओं को समझा और हाल-चाल लिया।