रविवार का दिन राज्य के लोगों के लिए इस लिहाज से ठीक रहा कि 297 के करीब सैंपल की जांच में एक भी पॉजिटिव नहीं मिला। कोरोना वायरस की जांच के बनाई गई तीन एजेंसियों राजेंद्र मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, इंदिरा गांधी आयुíवज्ञान संस्थान और दरभंगा मेडिकल कॉलेज ने रविवार की शाम तक कुल 297 सैंपल की जांच की। स्वास्थ्य समिति द्वारा रविवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया कि राज्य में अब तक कुल 3545 सैंपल की कोरोना जांच की जा चुकी है जिसमें 3513 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।
अब तक कुल 32 पॉजिटिव मामले
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार राज्य में अब तक कुल 32 पॉजिटिव मामले मिले हैं। इनमें शनिवार को नवगछिया भागलपुर से मिले 65 वर्षीय यूके से लौटे व्यक्ति भी शामिल हैं। इसके पहले शुक्रवार को दो पॉजिटिव केस मिले थे।
चार हजार नए संदिग्ध
स्वाथ्य विभाग ने कोरोना के संदेह में सिर्फ रविवार को 4136 और संदिग्धों को ऑब्जर्वेशन में लिया है। फिलहाल ये सभी लोग 14 दिन क्वारंटीन में रहेंगे। इस दौरान इनके सैंपल भी लिए जाएंगे ताकि यह पता किया जा सके कि इनमें कोई पॉजिटिव तो नहीं।
कोरोना जांच सेंटर में बीडीओ पर हमला
कोरोना संदिग्ध लोगों को क्वारंटाइन सेंटर रास नहीं आ रहे। इसका कारण बदइंतजामी और इस बीमारी की गंभीरता को न समझना है। सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड के राजपुर गांव में क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों ने शनिवार की शाम प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और अन्य कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। सरकारी गाड़ी और बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
लोगों द्वारा पथराव किया गया जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। क्वारंटाइन सेंटर में रखी टेबुल-कुर्सी तोड़ दी गई। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं वैशाली के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड की नयागांव पश्चिमी पंचायत में क्वारंटाइन सेंटर से सभी 17 लोग भाग गए।
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बीडीओ जान बचाकर भागे
सिवान की घटना में बीडीओ किसी तरह जान बचाकर भागे। भागने के क्रम में उन्हें चोट भी लगी। कई अन्य कर्मी भी घायल हुए। स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। राजपुर गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर में सुमित कुमार, राहुल कुमार, अंकित कुमार और श्रीराम साह को रखा गया था। शनिवार की शाम सेंटर पर सरकारी कर्मी डाटा संग्रह करने गए थे। सेंटर का कमरा अंदर से बंद था।
कर्मियों ने खोलने को कहा तो चारों ने इन्कार कर दिया। बीडीओ पहुंचे तो हमला कर दिया। स्कूल कैंपस में रखे ईंट-पत्थर फेंकने लगे। एक किशोर के हाथ में गंभीर चोटें आईं। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर चारों को क्वारंटाइन सेंटर में ही अभिरक्षा में रखा है। बीडीओ संतोष कुमार मिश्र में बताया कि चारों घर जाने का दबाव बना रहे हैं जबकि उन्हें 14 दिनों तक वहां रहना है।