पटनाा: बिहार में कोरोना से परेशाान मरीजों की मानसिक हालत खराब हो रही है। बीते दिन पटना एम्स में एक मरीज ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। वहीं एक कोरोना संक्रमित एक डॉक्टर की भी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पटना स्थित एम्स में एक कोरोना मरीज ने खुदकुशी कर ली। मिली जानकारी अनुसार बेगूसराय जिले के चिरतौला गांव के रहने वाले 57 साल के रामचंद्र साह ने एम्स के पांचवी मंजिल के बाथरूम से छलांग लगा दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक को 2 मई को एम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन मरीज की हालत में सुधार नहीं था।
18 मई को एम्स में हुआ था भर्ती
बुधवार की शाम पांच बजे उसने छत से कूदकर जान दे दी। जानकारी के मुताबिक मृतक बंगलुरु स्थित राइस मिल में लेबर कांट्रेक्टर था। 2 मई को वो बेंगलुरु से अपने पैतृक गांव वापस आया था। 12 मई को कोरोना का लक्षण दिखने के बाद 18 मई को उसे पटना एम्स में भर्ती कराया गया था।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना पर फुलवारी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। इधर, घटना की जानकारी पाकर मृतक का बेटा गोपाल भी मौके पर पहुंचा. उसने बताया कि पिता जी ने आखिरी बार वीडियो कॉलिंग के दौरान हाथ हिलाकर कहा था कि अब वह इस दुनिया से जा रहे हैं। थानेदार राफिकुर रहमान ने बताया कि मरीज ने आत्महत्या की। मामले की जांच की जा रही है। शव का अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया कर दी गई है।
वहीं, 26 मई को एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर प्रदीप कुमार की कोरोना से मौत हो गई। प्रदीप कुमार मूल रूप से बिहार के शिवहर जिला के कोल्लूहटिका गांव के रहने वाले थे। पिछले कुछ समय से वह कोरोना संक्रमित थे और आईसीयू में भर्ती थे, लेकिन बुधवार को उन्होंने आखिरी सांस ली।