बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के एक अन्य मामले की मंगलवार को पुष्टि होने के बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 हो गयी। पिछले दिनों आरएमआरआई में 44 लोगों के जांच का सैंपल आया था, जिसमें गोपालगंज जिले से पहला केस सामने आया है, यहां 35 साल का युवक कोरोना वायरस से पीड़ित निकला। गोपालगंज में एक मरीज का कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद थावे के बेदू टोला गांव को सील कर दिया गया है। आसपास के तीन किलोमीटर के दायरे के इलाके को भी सील किया जाना है। मरीज के घर के सभी सदस्यों को क्वारंटाइन किया गया है। बताते चले की 15 दिन पूर्व संक्रमित व्यक्ति दुबई से लौटा था।
बिहार के लिए अच्छी खबर
इससे अलग बिहार के लिए एक अच्छी खबर भी आ रही है, एम्स में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित महिला अनिता विनोद (45 वर्ष) पूरी तरह से स्वस्थ हो गई हैं। सोमवार को उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। यह महिला पिछले शनिवार 21 मार्च को अपना जांच कराने एम्स पहुंची थी। रविवार 22 मार्च को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें एम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था।
एम्स आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि महिला की हालत पर लगातार नजर रखी जा रही थी। पूरे एक सप्ताह तक उनकी हालत कभी नहीं नहीं बिगड़ी। वार्ड में वह पूरी तरह सामान्य थीं। अपना दैनिक कार्य, खाना-पानी सब सामान्य रूप से ले रही थीं। उनके लिए कोई खास दवा का इस्तेमाल भी नहीं किया गया। सात दिनों में कोरोना यानि कोविड-19 के प्रति उनमें प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गया। सोमवार को उनकी दूसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। किसी तरह की परेशानी होने पर उन्हें तत्काल अस्पताल से संपर्क करने की भी सलाह दी गई है। अगले सात दिन और उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी।
राज्य की पहली महिला
अनिता कोरोना से पीड़ित होने वाली और स्वस्थ्य होने वाली राज्य की पहली महिला हैं। दीघा की पोल्सन रोड के अपार्टमेंट में रहनेवाली अनिता नेपाल से आठ मार्च को पटना लौटी थी। वहीं वे कोरोना की चपेट में आ गई थीं। उनका पुत्र 13 मार्च को इटली से लौटा था। पुत्र ने अपने-आपको होम कोरेंटाइन में रखा हुआ है। वह भी पूरी तरह से स्वस्थ है।